शरीर में यूरिक एसिड (uric acid) की मात्रा बढ़ने से हाथ-पैरों में जलन और जोड़ों में दर्द (Joint pain) समेत कई समस्याएं होने लगती हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक लंबे समय तक यूरिड एसिड (uric acid) बढ़े रहने से अर्थाराइटिस की बीमारी भी हो सकती है। बता दें, शरीर में प्यूरिन नामक तत्व के टूटने के कारण यूरिक एसिड बढ़ता है। लेकिन, अनहेल्दी और अनियमित खानपान भी इसका एक कारण हो सकता है। हालांकि, किचन में पाए जाने वाले इन 5 मसालों के जरिए यूरिक एसिड (uric acid) को कंट्रोल किया जा सकता है।
यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के 5 उपाय
यूरिक एसिड (uric acid) को कंट्रोल करने में सेब का सिरका (Apple vinegar) भी काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। सेब के सिरके में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीइंफ्लेमेंटरी (Antioxidants and antiinflammatory) गुण होते हैं। जो शरीर में यूरिक एसिड को नियंत्रित करता है। इसके साथ ही यह खून में पीएच के स्तर को भी बढ़ाता है। इसके लिए करीब 3 चम्मच सेब का सिरका एक गिलास पानी में मिला लें। फिर इसे रोजाना करीब 2 से 3 बार पिएं।
यूरिक एसिड (uric acid) को कंट्रोल करने में बादाम (almond) भी काफी अच्छा होता है। बादाम में कैल्शियम, मैग्निशियम, कॉपर, विटामिन के, प्रोटीन और जिन्क जैसे पोषक तत्व उच्च मात्रा में मौजूद होते हैं। इसके अलावा बादाम में प्यूरिन की मात्रा भी कम होती है।
यूरिक एसिड (uric acid) को नियंत्रित करने में टमाटर (tomatoes) भी लाभदायक है। क्योंकि इसमें 90 प्रतिशत पानी होता है। टमाटर में पोटेशियम की मात्रा अधिक और इसमें लो कैलोरी होते हैं। ऐसे में टमाटर आपके लिए अच्छा साबित हो सकता है।
यूरिक एसिड (uric acid) में मेथी (Fenugreek) काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। इसमें भरपूर मात्रा में सोडियम, जिंक, फॉस्फोरस, फॉलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, जैसे मिनरल्स और विटामिन ए, बी और सी मौजूद होते हैं। इसके अलावा मेथी (Fenugreek) में फाइबर्स, प्रोटीन, स्टार्च, शुगर, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीसेप्टिक जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं, जो यूरिक एसिड को नियंत्रित रखने में मदद कर सकते हैं।
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें कोई भी बीमारी या परेंशानी हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।
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