मथुरा। वृंदावन कुंभ (Vrindavan Kumbh) पूर्व वैष्णव बैठक में रविवार देर सायं संस्कृति विभाग द्वारा निर्मित संस्कृति ग्राम के सांस्कृतिक पंडाल में ब्रज की पारंपारिक ब्रज की होली का सुप्रसिद्ध कलाकार डा.सीमा मोरवाल ने किया तो पूरा पंडाल तालियों की गूंज से गुंजयमान हो उठा। राधाकृष्ण और गोपियों की सांस्कृतिक प्रस्तुती ने वहां मौजूद श्रद्धालुओं एवं दर्शकों को अभिभूत कर दिया।
संस्कृति विभाग द्वारा निर्मित संस्कृति ग्राम के सांस्कृतिक पंडाल में पर जैसे ही मंच पर राधा कृष्ण और उनकी गोपियों के समूह में पदार्पण किया। वैसे ही सारा पंडाल तालियों से भर गया और राधा कृष्ण के जयकारों का उद्घोष होने लगा बृज की ही सुप्रसिद्ध कलाकार डॉ.सीमा मोरवाल के द्वारा ब्रज की पारंपरिक होली की प्रस्तुति दी।
बांके बिहारी जी की वंदना करते हुए डॉ.सीमा मोरवाल ने मेरे बांके बिहारी लाल यह मन रखियो अपने चरनन में मन रखियो अपने चरनन में तन रखियो श्रीवृंदावन में गाते हुए अपने हृदय की मनोभावों को गीतों के माध्यम से व्यक्त किया।
ब्रज की पारंपरिक होली रंग और गुलाड़ते हुए कन्हइया से कहती है कान्हा पकड़ो न बीच बाजार नही तो मैं मर जाऊंगी गोपी प्रेम की पराकाष्ठा प्रस्तुत की। रसिया रोज मेरे घर आवे बहानो कर के होली मैं का गायन जैसे ही आरम्भ हुआ दर्शक समूह नृत्य कर ने लगा।
राधा राधा कृष्ण एवं गोपी वालों के वेश में सजे कलाकार वास्तव में बहुत ही सुंदर वालों के प्रति हो रहे थे।
नीतू चौधरी कामिनी अग्रवाल साक्षी रुपेश सचिन बृजवासी सत्यनारायण शर्मा आदि कलाकारों ने डॉ सीमा मौर्या मोरवाल के निर्देशन में बहुत सुंदर एवं मनोहारी प्रस्तुतियां दी। (एजेंसी, हि.स.)
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