शिव भक्तों के लिए फाल्गुन मास की चतुर्दशी तिथि अत्यंत खास मानी जाती है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान शंकर और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था, जिस कारण इस दिन को महाशिवरात्रि यानि शिव विवाह की महा रात्रि। हिंद धर्म से संबंध रखने वाले व प्रत्येक शिव भक्त के लिए ये दिन बहुत मायन रखता है।
देश दुनिया में इस पावन दिन कई तरह के विशेष आयोजन संपन्न किए जाते हैं। मंदिरों में इस दिन शिव जयकारे गूंजते हैं। इस बार की महाशिवरात्रि की बात करें तो 11 मार्च, 2020 दिन गुरुवार के दिन को ये तिथि पड़ रही है। जिस दिन सनातन धर्म का सबसे बड़ा मेला, महाकुंभ प्रारंभ हो जाएगा।
चूकि शास्त्रों में इस दिन को अधिक पावन माना गया है इसलिए लोग इस दिन धार्मिक कार्य तो करवाते हैं, साथ ही साथ इस दिन कुछ लोग विवाह आदि जैसे मांगलिक कार्य भी करते हैं। ताकि उनका गृहस्थ जीवन सुखी व खुशियों से परिपूर्ण हो। इन सब बातों से अच्छी तरह से पता चलता है कि इस तिथि का अपने आप में कितना महत्व है। तो ऐसे में एक सवाल उठता है, कि अगर इस दिन शादी करना इतना शुभ होता है, तो इस दिन जन्मा बच्चा कितना योग्वान होगा।
तो आपको बता दें ज्योतिष शास्त्र में इसके बारे में बाखूबी वर्णन किया गया है। तो आइए जानते हैं कि इस दिन जन्मे बच्चे कैसे होते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन यानि फाल्गुन मास के चतुर्दशी तिथि के दिन जन्म लेने वाले जातक बहुत ही दयालु और दानी होते हैं, ये जीवन में खूब यश-प्रतिष्ठा पाते हैं। हालांकि खर्चीले अधिक होते हैं, दान-पुण्य के लिए भी खुले दिल से पैसे खर्च करते हैं। इस तिथि को जन्में बच्चे प्राय: शासन और प्रशासन में रहते हैं।
इस दिन जन्म लेने वाले पुत्र योग्य साबित होते हैं। तो वहीं पुत्रियां अधिक यश कमाती हैं। ये अचल संपत्ति की भी प्राप्ति करते हैं। दिखने में अति सुंदर व सुयोग्य होते हैं, परंतु स्वभाव से थोड़े क्रोधी पाए जाते हैं। कामकाज की बात करें तो माना जाता है कि महाशिवरात्रि के दिन जन्म लेने वाले बच्चे कला, पत्रकारिता और फिल्म उद्योग के क्षेत्र में बहुत यश पाते हैं।
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