लखनऊ। प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा (Suresh Rana) ने कहा कि राज्य का गुड़ एवं सहउत्पाद (jaggery-cum product of the state) अब नये ब्रान्ड (New brand) बन रहे हैं। राजधानी में आयोजित महोत्सव गुड़ को अन्तराष्ट्रीय पहचान (international recognition) दिलाने का कार्य करेगा और गन्ना किसानो के लिये भी लाभदायक सिद्ध होगा।
गन्ना मंत्री यहां दो दिवसीय राज्य गुड़ महोत्सव 2021 के समापन कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले प्रतिभागियों और गुड़ उत्पादकों का सहभागिता के लिए आभार व्यक्त किया। प्रतिभागी गुड़ उत्पादकों के मध्य स्वस्थ प्रतिस्पर्धा कायम करने की दृष्टि से गुड़ उत्पादक प्रतिभागियों एवं गुड़ निर्माण के लिए मशीनरी निर्माण करने वाली प्रतिभागी फर्मों को उन्होंने स्मृति चिह्न एवं प्रमाण-पत्र से पुरस्कृत भी किया।
गुड़ उत्पादकों की श्रेणी में लखनऊ की फर्म शिवन्या फूड्स (प्रभा शर्मा), गाजियाबाद की फर्म हिमालयनी एग्रो (नीतू कौशिक) तथा बरेली की क्रियेशन बायोटेक क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रही। वहीं वसन्धुरा आर्गेनिक्स सीतापुर, जैगरी फाउन्डेशन अयोध्या को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके साथ ही गुड़ निर्माण के लिए मशीनरी निर्माण करने वाली फर्म कैलाश ट्रेडर्स बाजपुर को भी पुरस्कृत किया गया।
अपर मुख्य सचिव संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि गुड़ महोत्सव में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आये गुड़ उत्पादकों द्वारा गुड़ एवं इसके सह-उत्पादों के स्टॅाल्स लगाये गये, जिनमें सौंठ, सौंफ, इलायची, तिल, मूंगफली, काजू, बादाम, केसरयुक्त गुड़ एवं गुड़ के गुलगुले, गुड़ की खीर, गुड़ की अमृता चाय, गुड़ का लड्डू, गुड़ की कुल्फी, गुड़ का जलेबी, गुड़ का हलवा, गुड़ का मीठा पोंगल तथा स्वर्ण भस्म एवं अश्वगंधा से युक्त 6,000 रुपये किलोग्राम तक का गुड़ मुख्य आकर्षण रहे। जिन गुड़ विक्रेताओं ने अपने स्टाल लगाये, उनमें से पहले दिन ही 15 प्रतिशत गुड़ विक्रेताओं के शत-प्रतिशत, 25 प्रतिशत विक्रेताओं के 60 प्रतिशत, तथा अन्य के 50 प्रतिशत गुड़ के पदार्थों की बिक्री हो गयी। इन सभी को पुनः अपने जिलों से गुड़ उत्पाद मंगवाने की आवश्यकता पड़ गयी। कई विक्रताओं को गुड़ निर्माण के लिए अग्रिम आर्डर भी प्राप्त हो गये हैं। (एजेंसी, हि.स.)
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