कलेक्टर आज विधायक के साथ करेंगे दौरा… मिलेंगे पीडि़तों से… अफसरों ने जांच-सीमांकन के साथ शुरू की रजिस्ट्रियों की पड़ताल
इन्दौर। प्रशासन ने अयोध्यापुरी (Ayodhyapuri), पुष्प विहार (Pushpvihar) और हिना पैलेस (Heena Palace) के बाद अब श्री महालक्ष्मी न्याय नगर और राजगृही कालोनी (Rajgrihi Colony) के पीडि़तों को न्याय दिलवाने की शुरुआत कर दी है। देवी अहिल्या गृह निर्माण की ही श्री महालक्ष्मी नगर में 1200 से अधिक भूखंड हैं। यह भी प्राधिकरण की योजना 171 में शामिल है। आज कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh), विधायक महेन्द्र हार्डिया (MLA Mahendra Hardia) और अन्य अधिकारियों के साथ श्री महालक्ष्मी नगर (Mahalaxmi Nagar) का दौरा करेंगे और पीडि़तों से चर्चा भी की जाएगी। इन तीनों कालोनियों में पात्र रजिस्ट्रीधारकों को भूखंडों के कब्जे दिलवाए जाएंगे। राजगृही कालोनी चर्चित संस्था जागृति गृह निर्माण की है, जिस पर सालों से भूमाफियाओं ने कब्जा कर रखा है और इस संस्था की जमीनें दो अन्य गृह निर्माण संस्थाओं को भी बेच दी गई, जिसमें सविता के साथ दीप गणेश संस्था शामिल है। इनसे जमीनें सरेंडर करवाई जाएगी।
अभी देवी अहिल्या की ही कालोनी अयोध्यापुरी में पहले भूखंडों के कब्जे दिलवाए गए और ज्यादातर लोगों ने कब्जे लेकर अपनी बाउण्ड्रीवाल भी मौके पर बना ली और कमरे के साथ अन्य निर्माण भी कुछ भूखंडों पर शुरू हो गए हैं। इसी तरह पुष्प विहार में भी कब्जा दिलवाने की प्रक्रिया दो दिवसीय मेले के बाद प्रशासन ने शुरू करवा दी है। अब अगले चरण में तीन अन्य कालोनियों के पीडि़तों को न्याय दिलवाने की भी पहल शुरू कर दी है, जिसके चलते आज श्री महालक्ष्मी नगर के भूखंड पीडि़तों के बीच विधायक महेन्द्र हार्डिया, कलेक्टर मनीष सिंह और अन्य अधिकारी चर्चा कर रहे हैं। साढ़े 10 बजे से महालक्ष्मी नगर के पीडि़तों से ये चर्चा जसपाल डाबा स्टार चौराहा के पास की गई। श्री महालक्ष्मी नगर की जमीन भी प्राधिकरण की योजना 171 में शामिल है। एसडीएम अंशुल खरे और तहसीलदार सुदीप मीणा को इसकी जांच सौंपी गई है। वहीं न्याय नगर गृह निर्माण संस्था की जांच एसडीएम अक्षयसिंह मरकाम और तहसीलदार सीराज खान कर रहे हैं, जबकि जागृति गृह निर्माण की कालोनी राजगृही की जांच का जिम्मा कलेक्टर ने एसडीएम प्रतुल्ल सिन्हा और तहसीलदार राजेश सोनी को सौंपा है। श्री महालक्ष्मी नगर में वैसे तो साढ़े 3 हजार सदस्य हैं और 68 एकड़ जमीन में से 15 से 20 एकड़ जमीन तो भूमाफियाओं ने बेच डाली और 10 एकड़ से अधिक जमीन एमआर-10 के निर्माण में प्राधिकरण ने इस्तेमाल कर ली। 1100 से अधिक सदस्यों के पास रजिस्ट्रियां भी हैं। अब उनके दस्तावेजों की जांच होगी और अयोध्यापुरी, पुष्प विहार की तरह कब्जे दिलवाए जाएंगे।
निजी के साथ चार संस्थाओं को भी बिक गई जमीन
देवी अहिल्या गृह निर्माण की कालोनी श्री महालक्ष्मी नगर की जमीनें निजी लोगों के साथ-साथ चार संस्थाओं को भी बिक गई है। 5 एकड़ से अधिक जमीन मिरांडा इंटरप्राइजेस, तो इतनी ही जमीन मनीकरण कमर्शियल प्रा.लि., तो डेढ़ हैक्टेयर यानी लगभग 4 एकड़ जमीन मोमेंटम जीआरपी प्रा.लि. को बिकी। वहीं इनके अलावा अप्सरा, परी, रजत और सन्नी गृह निर्माण संस्थाओं को भी ये जमीनें बिकी हैं। निजी कम्पनियों से प्रशासन जमीनें सरेंडर करवा रहा है। वहीं संस्थाओं को बिकी जमीनों की भी जांच-पड़ताल की जाएगी, क्योंकि ये जेबी संस्थाएं हैं और जमीन हड़पने के लिए ही इन संस्थाओं का गठन किया गया, जिनमें रिश्तेदार, दोस्तों को ही कागजी सदस्य बनाया गया।
1500 स्क्वेयर फीट के भूखंड ही जागृति के करेंगे मान्य
जागृति गृह निर्माण संस्था की पिपल्याहाना में जो जमीन है, उस पर राजगृही कालोनी विकसित की गई है। यहां पर 1500-1500 स्क्वेयर फीट के भूखंड ही शुरुआत में काटे गए और उसी आधार पर रजिस्ट्रियां करवाई गई। बाद में सदस्यों के भूखंडों को साढ़े 1200 स्क्वेयर फीट का कर दिया गया और बची जमीनें सविता गृह निर्माण और दीप गणेश गृह निर्माण को बेच दी गई। बॉबी छाबड़ा ने ये जमीनें अन्य संस्थाओं को बेची और फिर नगर तथा ग्राम निवेश से साढ़े 1200 स्क्वेयर फीट के हिसाब से नक्शा मंजूर करवाया। हालांकि आपत्तियों-शिकायतों के बाद वह टीएनसीपी ने निरस्त कर दिया। कलेक्टर का कहना है कि 1500 स्क्वेयर फीट के भूखंडों पर ही कब्जा करवाया जाएगा।
दूसरे 100 भूखंडों की सूची भी पुष्प विहार की सौंपी
देवी अहिल्या की कालोनी पुष्प विहार में भी भूखंडों के कब्जे करवाना प्रशासन ने शुरू करवा दिए हैं। दो दिवसीय मेला लगाने के बाद 400 से अधिक रजिस्ट्रियों का सत्यापन किया गया और पहली 100 प्रथम दृष्ट्या सही पाई गई रजिस्ट्रियों की सूची पुष्प विहार रहवासी संघ को सौंप दी और कल दूसरी 100 सदस्यों की सूची भी जारी कर दी गई है, जिसके चलते रहवासी संघ के एनके मिश्रा का कहना है कि सूची में शामिल सदस्यों को कहा गया है कि वे मौके पर आकर अपनी रजिस्ट्री की फोटो कॉपी, आईडी प्रूफ के साथ 11 से 5 बजे के बीच पुष्प विहार प्रांगण आएं और कब्जा लेकर तुरंत बाउण्ड्रीवाल का निर्माण शुरू कर दें। अभी कुछ भूखंड मालिकों ने बाउण्ड्रीवाल बनवाना शुरू भी कर दी है।
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