इंदौर। शासकीय कर्मचारियों से लेकर स्वास्थ्यकर्मियों ने जहां वैक्सीन (Vaccine) को लेकर जी चुराया, वहीं बुजुर्गों में इस कदर उत्साह नजर आया कि अस्पतालों में लंबी कतारें लग गईं। आज 10 सरकारी अस्पतालों सहित निजी अस्पतालों में वैक्सीनेशन (Vaccination) का ऐलान होते ही बुजुर्गों ने सुबह से ही कतार लगाना शुरू किया। शहर के पीसी सेठी अस्पताल (PC Sethi Hospital) में ढाई सौ बुजुर्गों को वैक्सीन लगाई जानी थी, लेकिन वहां पांच सौ से ज्यादा लोग पहुंच गए और भीड़ इस कदर उमड़ी कि पुलिस तक बुलाना पड़ी।
इंदौर के पीसी सेठी अस्पताल में 200 से 250 लोगों को टोकन बंट चुके थे, लेकिन वहां 500 लोग लाइन लगाए खड़े थे। जिन लोगों को टोकन बंट चुके थे उन लोगों को ही वैक्सीन लगना थी। बाकी लोगों को घर जाने का कहने के बावजूद बुजुर्ग वापस लौटने को तैयार नहीं थे। जिस कक्ष में वैक्सीन लगाई जाना थी वहां भी 30 से 40 बुजुर्ग घुस चुके थे, जबकि उस कक्ष में 10 से 15 लोगों के प्रवेश की व्यवस्था थी। अव्यवस्था बढ़ती देख पुलिस बुलाना पड़ी। शहर के एमवाय अस्पताल (MY Hospital) में भी लगभग यही आलम था। यहां भी बुजुर्गों की लंबी कतार लगी थी।
ऑनलाइन के बावजूद ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन
कई बुजुर्गों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन (Registration) भी कराए, लेकिन नेटवर्क की समस्या के चलते उन लोगों को ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी वहीं कराना पड़े। इस कारण वैक्सीनेशन के काम में देरी होती रही। अस्पतालों में वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे इन बुजुर्गों की हालत बड़ी दयनीय नजर आए। सैकड़ों की तादाद में पहुंचे इन सीनियर सिटीजंस के साथ उनके परिजन भी मौजूद थे इस कारण अस्पताल में 500 बुजुर्गों के साथ करीब 1 हजार उनके परिजन आ जाने से व्यवस्था चरमरा गई। इन लोगों को गाइड करने के लिए भी वहां कोई मौजूद नहीं था।
धक्के खाते रहे बुजुर्ग…अस्पतालों में कोई व्यवस्था नहीं
सरकार ने 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों के टीकाकरण का ऐलान किया, लेकिन अस्पतालों में इन बुजुर्गों के बैठने तक की व्यवस्था नहीं थी। यहां तक कि ये बुजुर्ग तीन से चार घंटे तक कतार में खड़े नजर आए।
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