चमोली/नई दिल्ली । उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और एसडीआरएफ के जवानों ने खतरा मानी जाने वाली झील के मुहाने से काफी हद तक मलबा और अन्य अवरोधों को हटाने का काम पूरा कर लिया है और अब ऋषि गंगा में पानी का बहाव सामान्य करने में सफलता पाई है।
आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक झील के जल स्तर में पांच फीट तक कमी आ चुकी है और यह कमी लगातार जारी है। पिछले लगभग सात दिनों में आईटीबीपी और एसडीआरएफ के जवानों ने रोज 10 से 12 घंटों तक मेहनत करके झील के मुहाने पर अवरोध उत्पन्न कर रहे बड़े वृक्षों के तनों और पत्थरों आदि को हटा दिया है। इस तरह हाई एल्टीट्युड लेक से बने खतरे को कम करने में सफलता पाई है।
उल्लेखनीय है कि सात फरवरी को चमोली जिले के रैणी गांव के पास ग्लेशियर टूटने से आई जल प्रलय की स्थिति के बाद ऋषि गंगा में अवरोध के कारण इस झील का निर्माण हुआ था, जिसे एक खतरा माना जा रहा है। आईटीबीपी के पर्वतारोहियों के दल ने एक सप्ताह पूर्व यहां पहुंचकर झील के पानी की निकासी के प्रयास प्रारंभ किये थे।
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