इंदौर। फरार भूमाफिया दीपक मद्दे की तलाश तेजी से की जा रही है और धीरे-धीरे उसके घोटाले भी सामने आ रहे हैं। अयोध्यापुरी, पुष्प विहार से लेकर हीना पैलेस के अलावा अन्य संस्थाओं की जमीनों का भी लूटेरा दीपक मद्दा रहा है और प्रशांत गृह निर्माण के साथ-साथ त्रिशला गृह निर्माण भी मद्दे के कब्जे में रही। प्रशांत गृह निर्माण में तो मदे ने अपने भाई कमलेश जैन को ही अध्यक्ष बना रखा है, तो त्रिशला गृह निर्माण में खुद दीपक सिसौदिया संचालक के रूप में मौजूद है। वहीं त्रिशला गृह निर्माण में गोलू पाटनी की भी विशेष भूमिका है और उससे जुड़े लोगों को भी सदस्य बना रखा है।
अग्निबाण द्वारा लगातार दीपक मद्दे के जमीन घोटालों को उजागर किया जा रहा है और इसी कड़ी में त्रिशला गृह निर्माण संस्था द्वारा ग्लो शाइन डवलपर्स एंड कंस्ट्रक्शन प्रा.लि. के साथ किया एक अनुबंध भी हाथ लगा है। इसमें त्रिशला गृह निर्माण की ओर से तत्कालीन अध्यक्ष के रूप में दिलीप सिसौदिया ने ही हस्ताक्षर कर रखे हैं, जबकि ग्लो शाइन का पता मुंबई का बताया है और इसके डायरेक्टर इंदौर के ही अतुल खंडेलवाल हैं। साढ़े 3 करोड़ रुपए का अनुबंध दीपक मद्दे ने इस निजी फर्म के साथ किया, जिसमें 2 करोड़ रुपए की राशि 21 मार्च 2011 को पहले भाग के रूप में चेक से लेना बताई, जबकि डेढ़ करोड़ रुपए की राशि दूसरी किश्त में 31 मई 2011 को डिपॉजिट होना बताई गई। त्रिशला गृह निर्माण के बोर्ड में भी 2018-19 में परिवर्तन किया गया और अध्यक्ष के रूप में वायएम शर्मा को बैठाया और उपाध्यक्ष कमल यादव, तो दिलीप सिसौदिया सदस्य के रूप में शामिल हो गया। जानकारों का कहना है कि शहारा के साथ दीपक मद्दे ने पुष्प विहार व अन्य जगह जो जमीनों के सौदे किए वो पूरे नहीं हुए, जिसके चलते शहारा से जुड़े पाटनी ने त्रिशला गृह निर्माण अपने कब्जे में ले ली। वहीं मद्दे ने दिल पसंद के नाम से बिल्डिंगें बनाने वाले राजू आगार के साथ सर्व सुविधा नगर में भी एक मल्टी बनाई और गुड फेट के नाम से काम करने वाले दिलीप गुप्ता के साथ भी लम्बे समय तक जमीनी कारोबार किया।
आधा दर्जन फर्में और मिल गई मद्दे की
दीपक जैन, उर्फ दिलीप सिसौदिया उर्फ दीपक मद्दे ने गृह निर्माण संस्थाओं की जमीनें हड़पकर निजी फर्मों में शामिल कर ली। ब्लू स्टार बिल्डर के अलावा समता कंस्ट्रक्शन, समता देवकॉन और एमजे देव बिल्ड के बाद उसकी आधा दर्जन और फर्मों क खुलासा हुआ है, जिसमें सम्पत रियल इस्टेट और सायम इन्फ्रास्ट्रक्चर, हार्दिक डवलपर, ज्ञानशिला, दीपक प्रोजेक्ट प्रा.लि., वीपीए सिविलकॉन प्रा.लि. सहित अन्य फर्में शामिल हैं। इन सबकी भी जांच पुलिस-प्रशासन द्वारा की जा रही है कि इनमें किन-किन संस्थाओं की जमीनें शामिल की गई।
बेटी और दामाद से हुई पुलिसिया पूछताछ भी
फरार दीपक मद्दे की तलाश लगातार जारी है। पत्नी और दो बच्चों के साथ मद्दा तो फरार है। वहीं उसकी बेटी तनवी और दामाद श्रीजीत झंवर से पुुलिसिया पूछताछ जारी है। पुलिस ने मद्दे के समधी अजीत झंवर से भी जानकारी ली। वहीं उनके साकेत स्थित घर के अलावा थाने पर भी बुलाकर बेटी और दामाद से जानकारी ली गई। उन्होंने बताया कि 16 फरवरी को ही आखरी बार बात हुई थी। उसके बाद जानकारी जानकारी नही मिली। पुलिस का कहना है कि व्हाट्सएप कॉल के जरिए मद्दा अपने बेटी, दामाद या अन्य परिचितों के सम्पर्क में रहेगा।
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