हिसार। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा है कि केंद्र सरकार तीन कृषि कानून लाकर बड़े पूंजीपतियों के हाथों किसान, मजदूर व व्यापारी वर्ग का शोषण करना चाहती है। हकीकत यह है कि सरकार को आढ़तिया व बिचौलिए में कोई फर्क ही पता नहीं है।
उन्होंने कहा कि चौ.छोटूराम ने जब मंडी सिस्टम कायम करवाया तो बोली के दौरान मंडी में किसानों की फसल का पूरा भाव देते थे, मगर अब सरकार इस व्यवस्था को खत्म कर चंद कंपनियों को फायदा देना चाहती है। किसान, मजदूर व व्यापारी को बर्बाद करना चाहती है। किसानों को फायदा पहुंचाना है तो सरकार की चहेती कंपनियों को बाजार में उंचा भाव देने से कौन रोक सकता है। राजा प्रजा का रखवाला होता है लेकिन आंदोलन से 200 से ज्यादा लाशें आ चुकी है लेकिन सरकार ने आंखे बंद कर रखी है क्योंकि देश में लोकतंत्र खतरे में है। आज यह आंदोलन पूरे देश का भविष्य बचाने के लिए चलाया जा रहा है।
इससे पहले गांव चुली देशवाली से किसान नेता गुरनाम सिंह ट्रेक्टर पर सवार होकर गांव चुली बागडिय़ान के फुटबाल मैदान में पहुंचे। चढूनी ने कहा कि खेती हमारा रोजगार है बिजनेस नहीं। अब सरकार हमारे रोजगार को छीनने का दांव खेल रही है। इस देश की रक्षा में किसान व जवान की अहम भूमिका है। देश को बेचने से बचाने के लिए किसान संघर्षरत है। (एजेंसी, हि.स.)
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