मुंबई। भारत (India) को बुधवार से अहमदाबाद (Ahmedabad) के मोटेरा स्टेडियम (Motera Stadium) में इंग्लैंड (England) के खिलाफ चार मैचों की टेस्ट (Test) सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच खेलना है। यह टेस्ट मैच डे-नाइट (Day-Night) प्रारूप में गुलाबी गेंद (Pink ball) से खेला जाएगा। यह भारत का गुलाबी गेंद से तीसरा टेस्ट मैच होगा। अभी तक खेले दो डे-नाइट टेस्ट (Day Night Test) मैचों में भारत का प्रदर्शन मिलाजुला रहा है।
बांग्लादेश के खिलाफ भारत ने अपना पहला डे-नाइट टेस्ट मैच खेला था और जीत हासिल की थी। फिर बीते साल एडिलेड ओवल मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम ने अपना दूसरा डे-नाइट टेस्ट मैच खेला था जिसमें वह बुरी तरह पस्त हुई थी। तीसरे डे-नाइट टेस्ट मैच में भारत के सामने एक और मजबूत प्रतिद्वंद्वी है और इसी कारण वह किसी तरह की कसर नहीं छोड़ना चाहेगी।
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने मैच से पहले मंगलवार को आयोजित किए गए संवाददाता सम्मेलन में कहा कि टीम जानती है कि उसे कहां काम करने की जरूरत है और वह उसी हिसाब से तैयारी कर रही है। यह डे-नाइट टेस्ट मैच दोनों टीमों के लिए काफी अहम है। चार मैचों की टेस्ट सीरीज इस समय 1-1 की बराबरी पर है और इस मैच को जीतने वाली टीम सीरीज में बढ़त ले लेगी। इसी लिहाज से टीमें अपनी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं। कोहली जानते हैं कि गुलाबी गेंद खेलने के लिए टीम को किस तरह की तैयारी की जरूरत है और वह इसी पर ध्यान दे रहे हैं।
कोहली ने कहा है कि गुलाबी गेंद लाल गेंद की तुलना में ज्यागा स्विंग करती है इसलिए बल्लेबाजी करना मुश्किल हो जाता है। कप्तान ने कहा कि डे-नाइट टेस्ट मैच में शाम का समय काफी चुनौतीपूर्ण रहेगा और मैच के परिणाम पर यह गहरा असर छोड़ सकता है। कोहली ने कहा कि टीम इस तरह की सभी चुनौतियों से वाकिफ है और इन सभी से निपटने के लिए जी तोड़ अभ्यास कर रही है। उन्होंने ने कहा, “गुलाबी गेंद लाल गेंद की अपेक्षा ज्यादा स्विंग करती है। नई गुलाबी गेंद से बल्लेबाजी करना काफी चुनौतीपूर्ण होता है। शाम का समय काफी चुनौती भरा रहता है लेकिन हम इसके हिसाब से तैयारी कर रहे हैं।”
एक ओर भारतीय कप्तान ने कहा है कि डे-नाइट टेस्ट मैच में शाम के समय बल्लेबाजी करना मुश्किल होता है। उन्होंने साथ ही बताया है कि दिन के पहले सत्र में बल्लेबाजी करना सबसे अच्छा होता है। शाम के समय जब लाइट्स चालू होती हैं तो गुलाबी गेंद को देखने में खिलाड़ियों को थोड़ी परेशानी होती है जबकि सुबह के समय गुलाबी गेंद को खेलने में किसी तरह की परेशानी नहीं आती। कोहली ने कहा, “डे-नाइट टेस्ट मैच में बल्लेबाजी के लिहाज से पहला सत्र काफी अहम होता है। आपको दोबारा गार्ड लेना होता है और शाम को एक नई शुरुआत करनी होती है।”
कोहली इस अहम मैच से पहले इंग्लैंड की टीम को ज्यादा तवज्जो नहीं दे रहे हैं। उनका कहना है कि टीम अपनी क्षमताओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड की टीम में भी कमजोरियां हैं जिसका फायदा उनकी टीम पूरी तरह से उठाएगी और इसके लिए उनके पास मजबूत गेंदबाजी आक्रमण है।
कप्तान ने कहा, “एक टीम के तौर पर हम अपने मजबूत पक्षों पर ध्यान दे रहे हैं। विपक्षी टीम में भी कमजोरियां हैं और हमारे पास ऐसे गेंदबाज हैं जो उनका फायदा उठा सकते हैं। अगर परिस्थितियां तेज गेंदबाजों के पक्ष में होती हैं तो यह उनके लिए भी काफी चुनौतीपूर्ण होने वाला है।” भारत ने अपने पहले डे-नाइट टेस्ट मैच में कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में बांग्लादेश को पारी और 46 रनों से हराया था। इसके बाद भारत ने दूसरा डे-नाइट टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया में एडिलेड ओवल मैदान पर खेला था। इस मैच की दूसरी पारी में भारतीय टीम महज 36 रनों पर ,सिमट गई थी दो टेस्ट की एक पारी में उसका न्यूनतम स्कोर है।
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