नई दिल्ली। भारत ने रक्षा संपदा की खरीद में मदद के लिए सोमवार को मॉरीशस को 10 करोड़ डॉलर का कर्ज मुहैया कराने का प्रस्ताव दिया। विदेश मंत्री एस जयशंकर और मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ के बीच वार्ता के बाद दोनों देशों ने समग्र आर्थिक सहयोग भागीदारी समझौते पर दस्तखत किए। दोनों देशों ने मॉरीशस की समुद्री निगरानी क्षमता में बढ़ोतरी के लिए डोर्नियर विमान और ध्रुव हेलिकॉप्टर के प्रावधान पर पत्रों का भी आदान-प्रदान किया।
विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘सागर नीति के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त की गयी। प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ के साथ बातचीत में 10 करोड़ डॉलर रक्षा कर्ज देने का प्रस्ताव दिया गया। इससे मॉरीशस को अपनी जरूरतों के लिए रक्षा संपदा खरीदने में मदद मिलेगी।’
मंत्री जयशंकर ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘हमारे खास संबंधों के लिए यह विशेष दिन है। प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ के साथ समग्र आर्थिक सहयोग भागीदारी समझौता पर दस्तखत किया। किसी अफ्रीकी देश के साथ इस तरह का यह पहला समझौता है।’ उन्होंने कहा, ‘महामारी के बाद आर्थिक स्थिति ठीक करने पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी। व्यापार का विस्तार होगा और बड़ा निवेश आएगा।’
उन्होंने ट्वीट किया, ‘विश्वसनीय भागीदार, जवाबदेह मित्र। रीनल ट्रांसप्लांट यूनिट, सौर ऊर्जा संयंत्र के निर्माण और उपभोक्ता संरक्षण और ‘लीगल मेट्रोलॉजी पर सहयोग का स्वागत है।’ जयशंकर दो देशों के दौरे के अंतिम चरण में रविवार रात मालदीव से मॉरीशस पहुंचे। उन्होंने कोविड-19 से बचाव के लिए ‘भारत में निर्मित टीके की खरीदी गयी एक लाख अतिरिक्त खुराकों की खेप भी सुपुर्द कर दी। अपने दौरे के दौरान जयशंकर दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं की समीक्षा करेंगे।
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