गुना। देश में पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों के विरोध में कांग्रेसियों ने सडक़ पर उतरकर बाजार बंद कराया। हालांकि, उसके बाद भी शहर में 70 फीसद से अधिक दुकान और प्रतिष्ठान खुले रहे। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जनता का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए सडक़ पर नाच-गाकर कहा कि मंहगाई डायन खाय जात है। उधर, कांग्रेसियों के द्वारा बाजार बंद कराने को लेकर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के पास मुद्धा नहीं है। कांग्रेस राजनीतिक रोटियां सेक रही है। यह सब नपा चुनाव को लेकर किया जा रहा है। शहर में कांग्रेस पार्टी ने दोपहर एक बजे तक बंद करने का आग्रह व्यापारी संघ और दुकानदारों से किया था, लेकिन शहर में बंद का मिलाजुला असर देखा गया। दुकानदारों से पार्टी के नेता बंद करने की अपील करते और जैसे ही आगे बढ़ते, वैसे ही दुकानों के शटर व्यापारी खोल लेते। व्यापारी संगठन ने भी कांग्रेस के इस बंद को अपना समर्थन नहीं दिया। वहीं शहर के चौराहों और बाजारों में सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से पुलिस के जवान तैनात थे। कांग्रेस के बंद का विरोध भी कई जगह दुकानदारों ने किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री केएल अग्रवाल, मानसिंह परसौदा, दीपेश पाटनी और शेखर वशिष्ठ सहित कई पार्टी नेता मौजूद थे।
बीनागंज में भी बंद का रहा मिलाजुला असर:
प्रदेश कांग्रेस कमेंटी के निर्देश पर बीनागंज में भी बाजार बंद कराने का मिलाजुला असर दिखा। कांग्रेस नेता संजय मीना और रोहित मीना ने बताया कि बाजार बंद करने को लेकर एक दिन पहले ही दुकानदारों को सूचना कर दी थी, जिसका दुकानदारों ने समर्थन करते हुए बाजार बंद में सहयोग प्रदान किया है। इस अवसर पर सौरभ यादव, शिवराज मीणा, मनमोहन शर्मा, सुरेश सोनी, रामस्वरूप मेर, संजय झावा सहित कई नेता उपस्थित थे।