भोपाल। हवाओं का रुख बदलने से वातावरण में नमी कम होने लगी है। इससे बादल छंटने लगे हैं। शुक्रवार से हवा का रुख उत्तरी और उत्तर-पूर्वी होने लगा है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक सर्द हवाओं का दखल बढ़ गया है। इससे सिहरन महसूस होने लगी है। अभी दो दिन तक इसी तरह की स्थिति बनी रह सकती है,लेकिन इसके बाद एक बार फिर राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बादल छाने के आसार हैं। दरअसल 20 फरवरी और उसके बाद 22 फरवरी को एक के बाद एक कर पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में दाखिल होने जा रहे हैं। इन दो सिस्टम से हवा का रुख बदलने से फिर वातावरण में नमी बढऩे लगेगी। इससे बादल छाने लगेंगे। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एचएस पांडे ने बताया कि पिछले दिनों विदर्भ पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ था। साथ ही इस सिस्टम से केरल तक एक ट्रफ बना हुआ था। इसके अतिरिक्त विदर्भ और उससे लगे छत्तीसगढ़ पर विपरीत हवाओं (उत्तर-दक्षिण)का टकराव भी हो रहा था। इस वजह से अरब सागर से मिल रही नमी के कारण बादल छाए हुए थे। साथ ही अलग-अलग स्थानों पर रुक-रुक कर बारिश भी हो रही थी। पांडे के मुताबिक सभी सिस्टम कमजोर पड़ चुके हैं। इससे वातावरण में नमी कम होने लगी है। इससे बादल छंटने लगा है और मौसम साफ होने लगा है। उधर शुक्रवार से हवा का रुख बदलकर उत्तरी और उत्तर-पूर्वी होने लगा है। इससे न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज होगी। उधर आसमान साफ होने से शनिवार से धूप में तल्खी महसूस होने लगेगी। रविवार को भी दिन-रात के तापमान में विशेष परिवर्तन नहीं होगा। सोमवार से पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बादल छाने लगेंगे। इससे दिन के तापमान में गिरावट और रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी।
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