भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सख्त चेतावनी के बाद भी प्रदेश में जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला नहीं थम रहा है। उज्जैन और फिर मुरैना में जहरीली शराब से 24 लोगों की मौत की जांच पूरी नहीं हो पाई है। उससे पहले छतरपुर जिले के हरपालपुर थाने के परेथा गांव में जहरीली शराब पीने से 4 ग्रामीणों की मौत हो गई है। ऐसे में प्रशासन की शराब माफिया के खिलाफ की जा रही कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। खबर है कि छतरपुर कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह और पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा पर तबादले की गाज गिर सकती है। मुरैना जहरीली शराबकांड के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अफसरों की वीडियो कॉफ्रेंस में तल्ख लहजे में कहा कि अब जिले में शराब से मौत होने पर जिम्मेदारी तय की जाएगी। इसके लिए कलेक्टर एसपी जिम्मेदारी होंगे। अब छतरपुर में चार लोगों की मौत के बाद मंत्रालय में यह चर्चा है कि आज छतरपुर कलेक्टर और एसपी पर गाज गिर सकती है। शराब पीने से हरगोविंद (25) और उसके पिता शीतल अहिरवार की मौत हो गई। लल्लू (75) पिता गिरधारी लाल बरार और तुलसीदास (42) पिता लीला अहिरवार ने दम तोड़ दिया।
माफिया कब गढ़ेंगे, कब टगेंगे: कमलनाथ
छतरपुर शराबकांड पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार को घेरा है। कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है कि उज्जैन में 14, मुरैना में 25 मौतों के बाद छतरपुर में शराब से 4 लोगों की मौत दुखद है। शिवराज जी, ये शराब माफिया कब तक यूं ही लोगों की जान लेते रहेंगे। आखरि ये माफिया कब गढ़ेंगे, कब टगेंगे। कब लटकेंगे। आपका बदला हुआ मूड कब इन माफियाओं को दिखेगा।
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