वाराणसी । दोस्त के साथ मिलकर सास के खाते (mother-in-law account) से लाखों रुपए उड़ाने की घटना धर्मनगरी वाराणसी (Varanasi) में देखने को मिली है, जहां सास ने अपने दामाद (Son in law) पर भरोसा किया और दामाद ने अपनी फिजूलखर्ची के लिए सास के अकाउंट से लाखों रुपए पार कर दिए. आरोपित दामाद ने बताया है कि खातों से रुपए उड़ाने का तरीका उसने यूट्यूब (YouTube) से सीखा.
मामला अर्दली बाजार इलाके के महावीर मंदिर के पास का है. यहां रहने वाली सुनीता देवी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उनके खाते से करीब छह लाख रुपए (Six Lakh Rupees) गायब हो गए है. पुलिस ने जब जांच की तो राज खुला कि ये रुपए किसी और ने नहीं बल्कि उनके दामाद अमित कुमार ने पेटीएम (Paytm) के जरिए निकाले हैं. पुलिस की पूछताछ में अमित ने बताया कि उसकी शादी अजय कुमार और सुनीता देवी की बेटी नेहा से हुई थी. नेहा का कोई भाई नहीं था, इसलिए शादी के बाद अमित को ही सास सुनीता बेटे की तरह मानती थी. यही नहीं, अमित ससुराल में ही रहने लगा था.
सुनीता देवी के पति बीएसएनएल (BSNL) में कार्यरत थे और रिटायरमेंट के बाद मिला सारा रुपए सुनीता देवी के इलाहाबाद बैंक (Allahabad Bank) स्थित अकाउंट में जमा कराया था. अक्सर बैंक के काम के लिए अमित ही सास को लेकर जाता था. कई बार उन्होंने अमित को ही एटीएम (ATM) का पिन बताकर कार्ड सौंपा और पैसे लाने के लिए कहा. अमित का स्वभाव आवारा था. अपने शौक पूरा करने के लिए उसने अपने दोस्त सूरज विश्वकर्मा के साथ सास के खाते से रुपए निकालने का प्लान बनाया. इसके लिए अमित ने सूरज के मोबाइल नंबर से पेटीएम अकाउंट (Paytm Account) बनाया और सास के अकाउंट का इस्तेमाल किया. जब ओटीपी पिन (OTP) आई तो किसी बहाने से सास का मोबाइल लेकर देख लिया और बाद में मैसेज डिलीट करता रहा. ऐसा करते-करते अमित ने सूरज के साथ मिलकर सास सुनीता देवी के एकाउंट से 5,90,389 रुपए निकाल लिए.
जब सास एक दिन ATM पहुंची तो उन्हें अपने साथ हुई इस घटना की जानकारी हुई. इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी. साइबर क्राइम (Cyber Crime) से जुड़ी टीम में सब इंस्पेक्टर सुनील यादव, हेड कांस्टेबल श्याम लाल गुप्ता, कांस्टेबल रामअवध यादव के साथ महिला कांस्टेबल पुनीता यादव, सलोनी चौरसिया ने इस पूरी घटना का खुलासा किया. दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया.
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