नई दिल्ली । हरियाणा (Haryana) के रोहतक (Rohtak) जिले में 5 हत्याओं के मुख्य आरोपी सुखवेंद्र को दिल्ली पुलिस ने शनिवार को समयपुर बादली से गिरफ्तार कर लिया. हरियाणा पुलिस ने इनपुट्स दिया था और उसी के आधार पर यह गिरफ्तारी हुई.
1 लाख का इनाम घोषित
इससे पहले जाट कॉलेज (Jat College) स्थित अखाड़े (Wrestling Ground) में हुई पांच हत्याओं के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की 5 टीम कल रातभर छापेमारी करती रही. पुलिस ने मुख्य आरोपी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित (Reward) किया था. पुलिस ने इस मामले में पहले ही चार युवकों को हिरासत में ले चुकी है. उनसे पूछताछ की जा रही है.
हत्याकांड के बाद पुलिस टीम ने सोनीपत, दिल्ली (Delhi) और बरौदा समेत कई स्थानों पर दबिश दी है. पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा जांच में जुटी पुलिस की कमान स्वयं संभाले हुए हैं. पुलिस मुख्यालय ने भी पूरे मामले को लेकर रिपोर्ट तलब की. एक साथ पांच की हत्याओं से शहर में दहशत का माहौल बना हुआ है.
5-6 दिन पहले हुई थी कहासुनी
हरियाणा पुलिस ने देर रात जान गंवाने वाले कोच मनोज के भाई के बयान पर गांव बरौदा निवासी कोच सुखविंद्र और उसके दोस्तों के खिलाफ हत्या समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया था. अखाड़े में रंजिश के चलते मनोज, साक्षी, पूजा, सतीश और प्रदीप मलिक की हत्या मामले में पुलिस अधीक्षक (SP) ने अपराध जांच शाखा के साथ 5 टीम गठित की.
इससे पहले पुलिस ने चार युवकों को हिरासत में ले चुकी है और उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है. पुलिस अधीक्षक ने शनिवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मुख्य आरोपी सुखविंद्र पर एक लाख रुपये का ईनाम घोषित किया गया है. पुलिस की एक टीम ने आरोपी के गांव बरौदा में भी दबिश दी और उसके परिजनों ने पूछताछ की है. पूछताछ में जो बात सामने आई है, उसके आधार पर पुलिस का कहना है कि पांच या छह दिन पहले ही मामूली कहासुनी को लेकर मनोज और सुखविंद्र के बीच विवाद हुआ था.
कहा जा रहा है कि अखाड़े में प्रैक्टिस कर रही पूजा ने भी सुखविंद्र की शिकायत की थी. इसके बाद वह बदला लेने की फिराक में था. बताया जाता है कि मनोज और उसकी पत्नी साक्षी को नौकरी मिलने के बाद सुखविंद्र अखाड़े का संचालन खुद करना चाहता था. लेकिन मनोज ने इस समझौते से इंकार कर दिया था.
दो बच्चों की हालत नाजुक
पांच हत्याओं के बाद आज शनिवार को पोस्टमॉर्टम के लिए डॉक्टरों के अलग-अलग पैनल बनाए गए. पोस्टमॉर्टम हाउस (Postmortem House) के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया गया था.
इस गोलीकांड (Shootout) का शिकार हुए मनोज के तीन साल के बेटे सरताज और अमरजीत की हालत नाजुक बनी हुई है. सरताज की आंख के पास गोली लगी है और वह कोमा (Coma) में चला गया है, जबकि अमरजीत के परिजन उसे गुरुग्राम (Gurugram) स्थित अस्पताल में ले गए हैं.
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