नई दिल्ली। किसान आंदोलन के दौरान विवादित हैशटैग कॉन्ट्रोवर्सी के बीच ट्विटर इंडिया की निदेशक महिमा कौल ने इस्तीफा दे दिया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने बताया कि पब्लिक पॉलिसी मेकर कौल ने पर्सनल वजहों से इस्तीफा दिया है. उन्होंने जनवरी में ही पद छोड़ने का फैसला कर लिया था. वे प्लेटफॉर्म के साथ मार्च तक जुड़ी रहेंगी. कौल भारत में पॉलिसिमेकर्स, सरकार, सरकारी एजेंसियां और NGOs के साथ ट्विटर के रिश्तों का काम देखती थीं. उन्होंने 2015 में कंपनी जॉइन की थी. कौल का इस्तीफा ऐसे समय आया है, जब हाल ही में मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्टॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (MeitY) ने नियम न मानने के लिए ट्विटर को नोटिस जारी किया था. मंत्रालय ने कहा था कि निर्देश के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और किसान जनसंहार जैसे विवादित हैशटैग को ट्विटर से नहीं हटाया गया. अगर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने सरकार के निर्देशों को नहीं माना, तो उस पर कार्रवाई भी की जाएगी.
वहीं सूत्रों के अनुसार, महिमा काम काज से कुछ समय का ‘ब्रेक’ ले रही हैं. ट्विटर ने उनके द्वारा खाली हो रही जगह को भरने के लिए उम्मीदवार को तलाश करने की प्रक्रिय शुरू कर दी गई है, कंपनी ने इसके लिए एप्लीकेशन मांगी हैं. कंपनी के अनुसार, महिमा मार्च के अंत तक इस पद पर काम करती रहेंगी. जब तक योग्य उम्मीदवार की तलाश पूरी नहीं हो जाती और वो उसे जिम्मेदारी पूरी तरह तक सौंप नहीं लेती.
महिमा कौल के इस्तीफे की जानकारी उस वक्त सामने आई है जब सोशल मीडिया लगातार सवालों के घेरे में बना हुआ, पिछले एक साल से ज्यादा वक्त से हेट स्पीच जैसे मुद्दों पर ट्विटर को कई सवालों के जवाब देने पड़े थे. वहीं हाल ही में भारत सरकार ने ट्वीटर को किसान आंदोलन पर फर्जी और भड़काउ ट्वीट को न हटाने पर निशाने पर लिय़ा था. सरकार ने ट्वीटर को गलत ट्वीट करने वाले करीब 250 अकाउंट को ब्लॉक न करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है. ट्वीट को डिलीट करने या अकाउंट्स को ब्लॉक करने को लेकर गतिरोध बने हुए हैं. सरकार ने संकेत दिए है कि वो आने वाले समय में फर्जी और भड़काउ ट्वीट्स को लेकर और सख्त हो सकती है.
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