भोपाल। राजधानी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। शहर की क्राइम ब्रांच ने अवैध आर्म्स डीलर्स के एक बड़े रैकेट का खुलासा किया है। सात सदस्यीय यह गिरोह प्रदेश और देश के तमाम कोनों में आर्डर पर अवैध अथियार खपाने का काम करता था। आरोपियों के कब्जे से 25 तीन सौ पंद्रेह बोर के देशी कट्टे तथा पांच देशी पिस्टल सहित सौ जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। सभी बदमाशों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस मामले में आगे अन्य तस्करों और खरीददारों की भी गिरफ्तारी कर सकती है। एएसपी गोपाल धाकड़ के अनुसार क्राइम ब्रांच की टीम को लंबे समय से भिंड निवासी आनंद शर्मा द्वारा भोपाल निवासी दीपक के माध्यम से प्रदेश के अलग-अलग कोनों में अवैध कट्टे कारतूस और पिस्टलें खपाने की जानकारी मिल रही थी। सूचना के आधार पर आरोपी आनंद शर्मा को सबसे पहले भोपाल में गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर आरोपी दीपक को भी धरदबोचा गया। दोनों के कब्जे से करीब आधा दर्जन अवैध हथियार मिले। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह भिंड में बने हथियारों को विदिशा, सिरोंज, गंजबासौदा,कुरवाई, झांसी तथा रायसेन मेें खपाने का काम करते हैं। दोनोंं से पूछताछ के आधार पर पप्पू उर्फ बादल सिंह केवट पिता भल्लू सिह केवट उम्र 42 साल निवासी ग्राम अकबरपुर तहसील सिरोंज जिला विदिशा,मनेाज सिंह राजपूत पिता शिवराज सिंह राजपूत उम्र 35 साल निवासी ग्राम अकबरपुर तहसील सिरोंज थाना पथरिया जिला विदिशा, ज्ञान सिंह पिता अमर सिंह उम्र 42 साल निवासी ग्राम:सल्ली दाया तहसील सिरोंज जिला विदिशा, गोलू अहिरवार पिता लच्छू उम्र 19 साल निवासी ग्राम इमलिया तहसील कुरवई थाना कुरवई जिला विदिशा, गजेन्द्र सिंह पिता वीरसिंह उम्र 24 साल ग्राम अकबरपुर तहसील सिरोंज जिला विदिशा,गगन राजपूत पिता भगवान सिंह राजपूत उम्र 29 साल निवासी वार्ड नंबर 19 राजेन्द्र नगर थाना देहात गंज बासौदा जिला विदिशा को गिरफ्तार किया। सभी की निशानदेही पर करीब सौ कारतूस तथा दो दर्जन से अधिक हथियारों को जब्त कर लिया गया है।
कमीशन पर करते थे काम
पुलिस सूत्रों की माने तो आरोपी आनंद गिरोह का सरगना है। वही भिंड में बने अवैध हथियारों को अन्य 6 आरोपियों तक पहुंचाने का काम करता है। हथियार लाने के लिए ट्रक चालकों तथा टैक्सी ड्रायवरों से आरोपियों की सांठ-गांठ थी। कई बार आरोपी स्वयं बाय रोड एवं ट्रेन से हथियार लेने भिंड के अटैर तथा आस पास के इलाकों में जाया करते थे। गिरोह का सरगना हथियारों को खरीदने बकायदा अपनी रकम इनवेस्ट करता था। जिसके बाद अन्य तस्करों को यह हथियार महौया कराए जाते थे। यह तस्कर अपना कमीशन काटकर बाकी रकम आनंद शर्मा तक आन लॉइन ट्रांसफर कर पहुंचा दिया करते थे। सूत्रों का दावा है कि आरोपी आनंद ने उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा तक हथियार तस्करी की बात पुलिस पूछताछ में स्वीकार की है। जिसके आधार पर आगे अन्य गिरफ्तारियां भी की जा सकती हैं। वहीं पुलिस पूरे मामले में भोपाल भिंड सहित कई आर्मस डीलरों की भुमिका की जांच कर रही है। आरोपी दीपक के माध्यम से भोपाल में पूर्व में कई रसूखदारों को हथियार खपाए जा चुके हैं।
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