मंडला। वन विभाग में घोटालो की कमी नही है, लेकिन यह एक ऐसा घोटाला सामने आया है जिसकी अगर निष्पक्ष और सही तरीके से जॉच होती है तो डीएफओ का जेल जाना तय है। अमानत में खनायत का यह एक ऐसा मामला है जिसकी भनक वरिष्ठ अधिकारियों को भी नही लग पाई।
सूत्रों का कहना है कि यह घोटाला मण्डला में ही नही अन्य जिलो में भी जहॉ पर उक्त डीएफओ पदस्थ रहे हैं, वहॉ पर भी हुआ है, लेकिन फिल हाल मण्डला में हुये घोटाले की जॉच के आदेश दिये हैं। इस पूरे मामले में डीएफओ को बचाने का प्रयास भी किया जा रहा है। बिना अटैच किये ही उनकी जॉच की जा रही है वहीं सारे रिकॉर्ड, दस्तावेजों की चाबी आज भी उन्ही के पास है ऐसे में जॉच कैसे होगी इस पर सवाल खड़े हो गये हैं। वहीं उक्त मामले की उच्च स्तरीय जॉच के आदेश दिये गये हैं कार्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन बल प्रमुख) मप्र भोपाल ने अपने आदेश क्रमांक/उत्पादन/ निवर्तन/30भोपाल दिनांक 23 जनवरी 2021 में आदेश किया है कि 21 जनवरी को उत्पादन वनमण्डल अंतर्गत काष्ठागार में आयोजित नीलाम में शैलेन्द्र कुमार गुप्ता वनमण्डलाधिकारी उत्पादन वनमण्डल मण्डला द्वारा कतिपय व्यापारियों को अनुचित लाभ पहुंचाने की चेष्टा के फलस्वरूप व्यापारियों द्वारा नीलाम का बहिष्कार किया गया।
जानकारी के अनुसार इस समिति में अध्यक्ष एसपी शर्मा अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक उत्पादन मुख्यालय भोपाल, सदस्य सचिव आरडी महला अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं पदेन वन संरक्षक मध्य वृत्त जबलपुर, सदस्य आरसी विश्वकर्मा वनमण्डलाधिकारी सामान्य वनमण्डल कटनी, सदस्य कमल अरोरा वनमण्डलाधिकारी सामान्य वनमण्डल पश्चिम मण्डला की कमेटी बनाई गई है जो सात दिवस में जॉच कर प्रतिवेदन सौंपेगी।
बता दें कि उत्पादन वनमण्डल मण्डला के वन मण्डल अधिकारी डॉ. शेलेन्द्र कुमार गुप्ता शासकीय राशि का गबन करने में माहिर हैं। किसी को भनक भी नही लगती और पल भर में लाखों रुपयों के खेल हो जाता था। लंबे अरसे से चलता रहा था हेराफेरी का यह खेल।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्यवन वृत जबलपुर के अंतर्गत काष्ठागार कालपी में 21 जनवरी 2021 को इमारती लकड़ी की नीलामी के दौरान वनमण्डल अधिकारी डॉ. शैलेन्द्र कुमार गुप्ता ने नीलामी के दौरान अपने चहेते ठेकेदार को अंतिम बोली कि राशि बीड शीट में नही लिखी गई और उसकी कीमत कम करके लिखी गई ऐंसा बहुत से लाटो में किया गया तो अन्य ठेकेदारों को शक हुआ कि उक्त ठेकेदार इतनी महंगी लकड़ी कभी नही खरीदता था वह आज इतनी महंगी बोली कैसे लगा रहा है तो कुछ ठेकेदारो ने बोली कि राशि और बीड शीट में अंकित विक्रय राशि का मिलान किया तो मामला तूल पकडऩे लगा नीलामी के दौरान डिपो में उपस्थित ठेकेदारों ने इस बात का विरोध किया और नीलाम हाल से बाहर आकर नीलामी का बहिष्कार किया और नीलामी नही होने दिए घटना कि जानकारी लगते ही मुख्य वन संरक्षक जबलपुर आरडी महला तत्काल कालपी डिपो पहुंचे और अन्य वनमण्डल अधिकारी भी पहुँच गये मामला तूल पकड़ते देख मुख्य वन संरक्षक ने जांच का आश्वाशन दिए। नीलामी के दौरान की कार्यवाही की वीडियो रिकार्डिंग की जाती है।
डॉ. शेलेन्द्र कुमार गुप्ता के द्वारा कैम्पा मद के अंतर्गत लाखों रुपयों का बजट प्राप्त कर सिझौरा, रसैयादोना और कालपी डिपो में निर्माण कार्य व अन्य कार्य कराए गए हैं उस पर भी अपने चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुँचाया गया है। निचले कर्मचारियों से दबाव बनाकर अवैध वसूली की जाती है रिकार्डिंग में दर्ज अंतिम बोली और बीड शीट में दर्ज राशि मे अंतर पाया गया जो एक शासकीय राशि गबन का गंभीर मामला है।
इस संबंध में सदस्य जॉच कमेटी भोपाल के डीएफओ कमल अरोरा का कहना है कि जॉच कमेटी द्वारा सम्पूर्ण मामले की जॉच करते हुये रिपोर्ट वरिष्ठाधिकारियों को प्रेषित की गई है।
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