नई दिल्ली। भारतीय स्पिनरों को खेलने के लिए स्वीप शॉट एक मुख्य हथियार होगा, लेकिन इंग्लैंड के कप्तान जोए रूट ने कहा है कि वह शुक्रवार से यहां एमए चिदंबरम स्टेडियम में भारत के साथ होने वाली चार मैचों की टेस्ट सीरीज में इस शॉट का इस्तेमाल करने को लेकर प्रतिबद्ध नहीं है। रूट ने हाल में श्रीलंका दौरे पर दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 426 रन बनाए थे और उनकी टीम 2-0 से सीरीज जीती थी।
रूट ने भारत के साथ होने वाले पहले टेस्ट मैच की पूर्वसंध्या पर कहा, ” मेरे लिए (स्वीप शॉट) एक आकर्षक शॉट है। इससे रन बनते हैं। लेकिन मुझे लगता है कि श्रीलंका में पिच और परिस्थितियां अलग थी। वहां पर रन बनाने के कम विकल्प थे। उन्होंने कहा कि वह स्वीप शॉट पर ज्यादा निर्भर नहीं हो सकते। रूट शुक्रवार को अपने करियर का 100वां टेस्ट मैच खेलने उतरेंगे।
कप्तान ने कहा, यहां थोड़ा बाउंस होगा और गेंदें ज्यादा टर्न भी नहीं होगी, इसलिए यहां पर इस तरह के शॉट खेलना ज्यादा खतरनाक होगा। मैंने रन बनाने विभिन्न तरीके इजात किए हैं। मुझे लगता है कि यह बल्लेबाजी का एक हिस्सा है। रन बनाने के लिए हम अपनी रणनीतियों को लागू करने की कोशिश करते हैं। लेकिन यह बहुत बड़ी चुनौती होगी। मैंने रन बनाने के लिए विभिन्न तरीके निकाले हैं।
रूट ने कहा कि वह पारी को गेंद दर गेंद आगे बढ़ाएंगे न कि किसी पूर्व-योजना के साथ। कप्तान ने साथ ही यह भी कहा कि उन्होंने कम उम्र से ही स्वीप शॉट खेलना सीखा है। 30 वर्षीय रूट ने कहा, ” मुझे शारीरिक रूप से विकसित होने और विकसित होने में लंबा समय लगा। इसलिए मुझे विशेष रूप से स्पिनरों के खिलाफ गेंद को स्क्वायर से निकालने का एक तरीका खोजना पड़ा। स्वीप शॉट ऐसा शॉट था जिसे मैं वास्तव में सबसे अधिक शक्ति के साथ खेल सकता था।”
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