– गरीबों के राशन पर हक जताने वाले दवे बंधुओं के मकानों पर सुबह-सुबह पुलिस प्रशासन निगम का धावा
– मोती तबेला में आलीशान बना रखे थे मकान, अवैध रूप से कर लिया था मकानों का कई हिस्सोंमें निर्माण, तंग गलियों में फंसी पोकलेन
इंदौर। राशनखोर भरत दवे और श्याम दवे के मकानों के अवैध हिस्से तोडऩे की कार्रवाई आज निगम, पुलिस प्रशासन की टीम द्वारा शुरू की गई। पवन नगर, मूसाखेड़ी में एक मकान का अवैध हिस्सा ढहाने के बाद टीमें पूरी तैयारी के साथ मोती तबेला क्षेत्र में पहुंचीं। वहां कलेक्टर ऑफिस के नजदीक बने चार मकानों के अवैध हिस्से तोडऩे की कार्रवाई शुरू की गई। हालांकि मकानों से सामान पहले ही निकाल लिया गया था। इनमें एक बड़ी इमारत भी थी, जो किराए पर दी गई थी। इनमें कई अभिभाषकों के कार्यालय थे। तोडफ़ोड़ की कार्रवाई के दौरान तंग गलियों में पोकलेन ले जाने के लिए निगम की टीम को खासी मशक्कत करना पड़ी।
मुख्य मार्ग पर बनी इस इमारत को तोडऩे के दौरान उसका मलबा पास के टापरे पर भरभराकर गिरता रहा, जिससे घबराकर वहां रहने वाले लोग निगम अधिकारियों के पास पहुंचे। मोती तबेला में चार मकानों पर एक साथ निगम की टीम ने कार्रवाई शुरू की। कुछ जगह पोकलेन तो कुछ जगह मजदूरों की मदद से मकानों के अवैध हिस्से तोड़े जा रहे थे। कार्रवाई देखने के लिए क्षेत्र के रहवासियों की खासी भीड़ जमा हो गई थी। कार्रवाई के लिए मोती तबेला से कलेक्टोरेट जाने वाले मुख्य मार्ग को भी पूरी तरह सील कर दिया गया था। पिछले एक सप्ताह से नगर निगम, पुलिस प्रशासन की टीमें राशनखोर भरत दवे-श्याम दवे और उनके परिजनों के नाम पर ली गई संपत्तियों की पड़ताल करने में जुटी थीं। इस दौरान सुदामा नगर, मूसाखेड़ी के पवन नगर और मोती तबेला में दवे बंधुओं के मकानों की जानकारी मिली। अधिकारियों के मुताबिक इनमें मोती तबेला में सर्वाधिक मकान होने के चलते वहां भी पड़ताल की गई तो वहां बनी कई इमारतों में किराएदारों का रहना पाया गया और साथ ही कई हिस्सों में अवैध रूप से निर्माण भी कर लिया गया था, जिसके चलते कल रात इन स्थानों पर कार्रवाई की तैयारी की गई।
मोती तबेला क्षेत्र में चार मकान तोड़े
नगर निगम, प्रशासन और पुलिस का अमला मोती तबेला, कलेक्टोरेट में हनुमान मंदिर के समीप दवे बंधुओं के चार मकानों को ढहाने के लिए पहुंचा। इनमें दो बड़ी बिल्डिंगें हैं, जो करीब 1200 स्क्वेयर फीट से लेकर डेढ़ हजार स्क्वेयर फीट में बनाई गई थीं। वहां पहुंचते ही निगम की टीम ने पुलिस की मदद से मोती तबेला मुख्य मार्ग और आसपास की गलियों को सील कर कार्रवाई शुरू कर दी। इनमें एमओएस और कई हिस्सों में अवैध रूप से निर्माण कर मनमर्जी से बिल्डिंगें बना ली गईं। सभी मकानों में किराएदारों के साथ-साथ अभिभाषकों को किराए पर कक्ष दिए गए थे।
बिल्डिंग तोडऩे के दौरान मलबे से टापरा क्षतिग्रस्त
मोती तबेला में दवे बंधुओं की बड़ी बिल्डिंग को तोडऩे के दौरान उसका मलबा ठीक पास बने एक कच्चे मकान के टापरे पर गिरा, जिससे टापरे का काफी हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। कार्रवाई के दौरान बार-बार मलबा टापरे पर गिर रहा था, जिसके चलते परिवार के लोग मकान के बाहर आकर खड़े हो गए और निगम अधिकारियों के पास जाकर गुहार लगाई। अधिकारियों ने उन्हें समझाइश दी कि अगर कोई नुकसान होगा तो उसकी चिंता न करें, निगम मकान की मरम्मत करा देगा।
गलियों में फंस गई पोकलेन
दवे का मकान मोती तबेला में जिस स्थान पर बना था, वहां आसपास तंग गलियां थीं, जिसके चलते कई स्थानों पर पोकलेन नहीं जा सकी तो अधिकारियों ने जैसे-तैसे निले हिस्से को तोडक़र पोकलेन अंदर भेजी।
अन्य स्थानों पर भी तोड़े जा सकते हैं मकान
दवे बंधुओं के कुल 5 मकानों पर कार्रवाई के बाद निगम की टीमें सुदामा नगर और कुछ अन्य स्थानों पर बने दवे बंधुओं के मकानों के अवैध हिस्से तोडऩे की कार्रवाई करेंगी। इसके लिए अधिकारियों ने सबसे पहले मोती तबेला की कार्रवाई पूरी करने की कोशिश करने का काम तेजी से शुरू कराया है।
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