जब इंसान सारी सुख-सुविधाओं के साथ आराम की ज़िन्दगी जीना चाहता है। ऐसे में यदि कोई युवा बहुत बढ़िया लाइफस्टाइल (Lifestyle) छोड़कर, आइलैंड पर बने 500 वर्ष पुराने घर में रहने चला जाये, तो आप उसे क्या कहेंगे? शायद, यह जानकर आफको भी आश्चर्य होगी। लेकिन ऐसे ही एक शख्स हैं आयरलैंड के रहने वाले 41 वर्षीय रोरी मॉर्गन (Rory Morgan), जो 32 वर्ष की आयु में ही सबकुछ छोड़कर एक आइलैंड पर अपने दादी के छोटे से घर में रहने चले गए।
रोरी जिस आइलैंड पर रहते हैं, उसका नाम रथलिन आइलैंड (Rathlin Island) है, जो उत्तरी आयरलैंड और स्कॉटलैंड के बीच स्थित है। यहां पर रोरी तमाम मुश्किलों के बीच लगभग 9 वर्षों से रह रहे हैं। हाल ही में उनसे ‘न्यू लाइव्स इन द वाइल्ड’ नाम के चैनल के प्रतिनिधि ने रोरी से मुलाकात की। चैनल से वार्ता में रोरी ने बोला कि ग्रेजुएशन करने के बाद मुझे एक मल्टीनेशनल कम्पनी में जॉब मिल गई थी। वहां पर मैं बतौर एचआर एग्जक्यूटिव के तौर पर कार्य कर रहा था। सबकुछ ठीक चल रहा था, लेकिन कम्पनी ने आकस्मित अपने डबलिन कार्यालय को बंद कर दिया।
कम्पनी के बंद होने के बाद रोरी बेरोजगार हो गए थे। उन्होंने बोला कि कम्पनी बंद हुई तो मैं दूसरी जॉब की तलाश कर सकता था, लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया। सबकुछ छोड़कर मैं इस आइलैंड पर आ गया और अपनी दादी के 500 वर्ष पुराने घर को दुरुस्त करवाया। उसके बाद से लगातार यही पर रह रहा हूं। यहां न तो बिजली है और न ही तरीका का खाना। लेकिन मैं अपनी जीवन जी रहा हूं। कई बार तो घर के अंदर से भी अजीबोगरीब आवाजें सुनाई देती हैं। मानो कोई भूत हो, लेकिन मैं अब इन सबके बीच रहने का आदि हो चुका हूं।
रोरी ने बताया कि करीब 3 वर्ष पहले मेरी तबीयत बेकार हुई थी, तब मैंने जेनरेटर स्टार्ट किया था। लेकिन उसके पहले और बाद में बिना बिजली के ही इस घर में रहता हूं। खाने के लिए मैं समुद्र से झींगा मछली और केकड़े पकड़ता हूं। कई बार नहीं मिल पाते तो पड़ोसियों से खाना मांगकर कार्य चला लेता हूं। वहीं, थोड़ा-बहुत पैसा कमाने के लिए शाम के समय एक पब में भी कार्य करता हूं। रोरी ने बताया कि बतौर वॉलिंटियर मैं कई रिफ्यूजी लोगों की सहायता करने के लिए टर्की के नजदीक स्थित लेसबोस आइलैंड भी जा चुका हूं। हालांकि, अब मैं यहां पूरी तरह सेट हो चुका हूं और आगे यहीं रहने की योजना है।
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