भोपाल। जनवरी माह में मौसम का मिजाज बार-बार बदल रहा है। इसी क्रम में वर्तमान में उत्तर प्रदेश से गोवा तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बन गई है। इससे वातावरण में नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है। इससे राजधानी सहित मध्य प्रदेश के कई क्षेत्रों में बादल छाने लगे हैं। इससे रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है, लेकिन दिन का तापमान कम होने लगा है। राजधानी में हवा का रुख दक्षिणी होने से दिन और रात के तापमान सामान्य से 4-5 डिग्री ज्यादा बने हुए हैं। हालत यह है कि रात का तापमान 15.9 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिक पीके साहा के मुताबिक 4 साल बाद यह जनवरी माह में रात का सबसे ज्यादा तापमान है। इससे पहले 2017 में 24 जनवरी को रात का तापमान 16.6 डिग्री दर्ज किया गया था। मंगलवार सुबह शहर में कुहासा-कोहरा छाया। सुबह 8:30 बजे विजिबिलिटी 1000 मीटर रह गई थी। सीनियर साइंटिस्ट ममता यादव के मुताबिक बुधवार से तापमान में गिरावट होगी। दिन का तापमान 27.7 डिग्री दर्ज किया गया। इसमें 2.8 डिग्री की गिरावट हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक 22 जनवरी को एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। उसके प्रभाव से हवाओं का रुख बदलेगा। बादल छाएंगे और प्रदेश में कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी होने की संभावना है।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश से उत्तरी मध्यप्रदेश होकर कोंकण, गोवा तक एक ट्रफ (द्रोणिका लाइन) बना हुआ है। इस सिस्टम के प्रभाव से वातावरण में नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है। इस वजह से राजधानी सहित प्रदेश के कई स्थानों पर बादल छाने लगे हैं। बादल छाने के कारण अधिकतम तापमान में गिरावट होने लगी है, जबकि न्यूनतम तापमान बढऩे लगे हैं। शुक्ला ने बताया कि हवा का रुख उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। हवा की रफ्तार लगभग 12 किलोमीटर प्रति घंटा बनी हुई है। इस वजह से शाम ढलने के बाद वातावरण में सिहरन बरकरार है। 22 जनवरी को पश्चिमी विक्षोभ के दाखिल होने के बाद फिर मौसम का मिजाज बदलने लगेगा। इस सिस्टम के असर से पंजाब-हरियाणा में बारिश होगी। हवाओं का रुख बदलने से मध्य प्रदेश में भी वातावरण में नमी बढ़ेगी और बादल छाने लगेंगे। इस दौरान कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है।
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