काठमांडू । नेपाल के विदेश मंत्री (Foreign Minister of Nepal) प्रदीप कुमार ज्ञवाली (Pradeep Kumar Giwali) ने कहा है कि उनका देश आंतरिक समस्याओं से निपटने में सक्षम है और उसे घरेलू राजनीति में कोई बाहरी हस्तक्षेप मंजूर नहीं है। नेपाल में संसद भंग होने के बाद राजनीतिक उथल-पुथल के दौरान चीन द्वारा दखल देने की कोशिशों के बीच ज्ञवाली ने यह बात कही है।
श्री ज्ञवाली ने कहा कि हमने घरेलू राजनीति में बाहरी दखल कभी मंजूर नहीं किया है। हम अपनी समस्याएं सुलझाने में सक्षम हैं। निकट पड़ोसी होने के नाते कुछ चिंताएं हो सकती हैं। लेकिन कोई हस्तक्षेप हमें स्वीकार नहीं है। ज्ञवाली ने कहा कि भारत और चीन दोनों के साथ नेपाल के संबंध अच्छे हैं और वह एक-दूसरे के साथ संबंधों की तुलना नहीं करता है। देश में जारी राजनीतिक संकट और इसमें पार्टी नेता पुष्प कमल दहल प्रचंड की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर ज्ञवाली ने सीधी टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया और कहा कि देश का विदेश मंत्री होने के नाते वे नेपाल के हर व्यक्ति का प्रतिनिधित्व करते हैं।
उल्लेखनीय है कि नेपाल में प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली द्वारा अचानक संसद भंग कर दिए जाने के बाद चीन ने कम्युनिस्ट पार्टी के अंतरराष्ट्रीय विभाग के उप मंत्री गोउ येझोउ के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल काठमांडू भेजा था। चीनी प्रतिनिधिमंडल ने नेपाल के लगभग सभी शीर्ष नेताओं से बातचीत की, लेकिन उसे खाली हाथ लौटना पड़ा। नेपाली राजनीति में चीनी दखल के इस प्रयास की कड़ी आलोचना हुई।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved