संतनगर। गांधीनगर के 100 विस्थापित परिवारों को वन ट्री हिल्स क्षेत्र में 1988 में भूखंड आवंटित करने तथा बाकायदा सभी परिवारों को रजिस्ट्री भी करवाकर देने के बावजूद भी उक्त भूमि से अभी तक बलात बसी झुग्गी झोपडिय़ों को ना हटाने पर सिंधी सेंटर पंचायत में सरकार तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। पंचायत अध्यक्ष एन.डी. खेमचंदानी, महासचिव सुरेश जसवानी उपाध्यक्ष जगदीश आसवानी एवं सचिव रमेश हिंगोरानी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिखे पत्र में कहा है कि वन ट्री हिल्स क्षेत्र में भूखण्डों के आवंटन की प्रक्रिया 1972 में शुरू हुई और 10 साल बाद जाकर भूखण्ड आवंटित हुए और 1988 में सभी ने रजिस्ट्री भी करा ली लेकिन जब मूल आवंटी वहां कब्जा लेने पहंचे तब कतिपय दबंग झूग्गी वालों के कारण कब्जा नहीं मिल सका। कब्जे की आस में कई मूल आवंटी दुनिया से विदा हो चुके हैं लेकिन अब उनके उत्तराधिकारी बेटा, बेटी, पोता व पोती इस आशा में हैं कि उन्हें आज नहीं तो कल भूखण्डों का कब्जा मिलेगा। पंचायत पदाधिकारियों का कहना है कि एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाने का दावा कर रहे हैं दूसरी तरफ यहां पर भूमाफिया व झुग्गी माफिया सिंधी विस्थापितों की जमीनों पर कब्जा किए हुए मुख्यमंत्री का यह दावा भी कई प्रश्नों को जन्म दे रहा है।
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