झाबुआ। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में बर्ड फ्लू (Bird Flu) का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है। आलम ये है कि अब भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) के मंगाए मुर्गों को भी मारने की प्रक्रिया की जा रही है। धोनी के ऑर्डर किए 2500 कड़कनाथ (Kadaknath) मुर्गे के चूजों को बुधवार को झाबुआ (Jhabua) में मारा जाएगा। क्योंकि उनके साथ रखे कुछ चूजों में बर्ड फ्लू के वायरस होने की पुष्टि हुई है। कुछ चूजों की मौत के बाद झाबुआ के पोल्ट्रीफार्म से अन्य चूजों का सैंपल भोपाल में जांच के लिए भेजा गया था।
झाबुआ के प्रसिद्ध कड़कनाथ मुर्गे में बर्ड फ्लू के वायरस की पुष्टि हुई है। थांदला तहसील के रूंडीपाड़ा गांव के निजी कड़कनाथ मुर्गीपालन क्षेत्र में मुर्गियां बीमार हुई थीं, जिनके सैम्पल जांच के लिए भेजे गए थे। जांच में कड़कनाथ मुर्गे में H5N1 वायरस की पुष्टि हुई है। ये वही पोल्ट्री फॉर्म है, जहां से महेन्द्र सिंह धोनी ने कड़कनाथ मुर्गे मंगवाए थे।
कड़कनाथ मुर्गे को काली मासी भी कहा जाता है। यह काला मुर्गा होता है तो मुख्य रूप से मध्य प्रदेश के भीमांचल क्षेत्र आदिवासी बहुल जिले झाबुआ में पाया जाता है। 2018 में छत्तीसगढ़ के साथ कानूनी लड़ाई जीतने के बाद झाबुआ ने इसके लिए जीआई टैग हासिल किया। इस मुर्गे में काफी औषधीय गुण होते हैं और इसमें प्रोटीन की मात्रा भी काफी अधिक होती है। इतना ही नहीं अन्य मुर्गों के मुकाबले इसमें वसा भी कम होती है।
मिली जानकारी के मुताबिक पशुपालन विभाग (भोपाल) के संचालक ने झाबुआ प्रशासन को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद पशुपालन विभाग की टीम गांव की ओर रवाना हो गई। मुर्गीपालन क्षेत्र और उसके 1 किमी के दायरे को संक्रमण मुक्त करने के साथ-साथ सभी मृत मुर्गे-मुर्गियों को जमीन में दफना दिया गया। इसके बाद आज जीवित मुर्गों को भी जमीन में दफनाया जाएगा। साथ ही अंडों को भी नष्ट किया जाएगा। बताया जा रहा है कि झाबुआ में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद पशु चिकित्सा विभाग और प्रशासनिक अमला रूंडीपाड़ा के कड़कनाथ फार्महाउस के मुर्गे व चूजों के अलावा आसपास के 8 घरों के 24 पक्षियों को नष्ट करने की कार्रवाई करेगा।
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