नई दिल्ली। देश में एक तरफ कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीरे-धीरे कम हो रही हैं वहीं, केंद्र सरकार राज्यों तक वैक्सीन की पहली खेप पहुंचाने में जुटी है। 16 जनवरी से शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान से पहले देशभर के 13 शहरों के कई वैक्सीन स्टोरों पर लगभग 54.72 लाख वैक्सीन की खुराक प्राप्त हुई। टीकों को शहरों तक पहुंचाने की प्रक्रिया आज और कल चलेगी। आपको बता दें कि ड्राई रन के दौरान राज्यों ने भी अपनी-अपनी तैयारियां पुख्ता कर ली है।
सरकार के मुताबिक वैक्सीन निर्माता कंपनियों से वैक्सीन हवाई जहाज के जरिए देश के चार स्थानों पर बने प्राइमरी वैक्सीन स्टोर (GMSD) में ले जाए जाएंगे। देश में ऐसे स्टोर करनाल, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में बनाए गए हैं। वहां से वैक्सीन आगे रिफ़रिजरेटेड/इंसुलेटेड वैन के जरिए राज्यों में बने स्टेट वैक्सीन स्टोर तक पहुंचाया जाएगा। देश में ऐसे 37 स्टोर हैं।
माना जा रहा है कि अब चंद घंटों में ये टीके लोगों को लगने शुरू हो जाएंगे। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि पहले चरण में हेल्थ वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर को टीके लगाए जाएंगे। टीकाकरण अभियान की सफलता और उसके सुचारू रूप से क्रियान्वयन को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) ने विस्तृत रूप रेखा बनाई है। इसके तहत यह निर्धारित किया गया है कि वैक्सीन के उत्पादन से लेकर टीका लगाने तक क्या प्रोटोकॉल होंगे?
मिल रही जानकारी के मुताबिक कोविशिल्ड के कुल 1.1 करोड़ शॉट्स और भारत बायोटेक के कोवाक्सिन के 55 लाख शॉट्स 14 जनवरी तक विभिन्न शहरों में पहुंचाए जाएंगे। टीकों को सुरक्षित रखने के लिए सभी राज्यों ने भंडारण की व्यवस्था की है। पहले चरण में तीन करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके दिए जाएंगे, जिन्होंने महामारी के दौरान अपनी सेवा दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में इस बात की घोषणा की थी कि इन लोगों के टीकाकरण का पूरा खर्चा केंद्र सरकार वहन करेगी।
मिल रही जानकारी के अनुसार जिन शहरों में पहले ही टीके की खेप पहुंच चुकी है उनमें दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता, गुवाहाटी, शिलांग, अहमदाबाद, हैदराबाद, विजयवाड़ा, भुवनेश्वर, पटना, बेंगलुरु, लखनऊ, चंडीगढ़ और मुंबई शामिल है। आज सुबह हैदराबाद से दिल्ली वैक्सीन की पहली खेप पहुंची। वैक्सीन को काफी सतर्कता बरतते हुए वैक्सीन सेंटर पहुंचाए जा रहे हैं।
करनाल, कोलकाता, चेन्नई और मुंबई में चार सामान्य मेडिकल स्टोर विभाग हैं। सभी राज्यों में कम से कम एक राज्य-स्तरीय क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोर है। जिन राज्यों में एक से अधिक राज्य स्तरीय क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोर हैं उनमें उत्तर प्रदेश (9), मध्य प्रदेश (4), गुजरात (4), केरल (3), जम्मू-कश्मीर (2), कर्नाटक (2) और राजस्थान (2) शामिल हैं।
सरकार ऑक्सफोर्ड वैक्सीन की 1.1 करोड़ खुराकें खरीद रही है। इसे भारत में कोविशिल्ड के नाम से जाना जाता है, जो कि पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित है। प्रत्येक खुराक पर जीएसटी सहित 210 रुपए की लागत आ रही है। पहले ऑर्डर में 231 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
भारत बायोटेक द्वारा विकसित कोवाक्सिन की 55 लाख खुराकें भी केंद्र खरीद रहा है। कंपनी 16.5 लाख खुराक मुफ्त दे रही है। इसके बाद बचे 38.5 लाख वैक्सीन 295 रुपए की दर से सरकार खरीद रही है।
16 जनवरी से शुरू होने वाले पहले चरण में जिन स्वास्थ्य कर्मचारियों का टीकाकरण किया जाएगा, उन्हें रजिस्ट्रेशन कराने की आवश्यकता नहीं होगी। हालांकि Co-WIN ऐप (cowin.gov.in) की वेबसाइट लाइव हो गई है, लेकिन केवल पूर्व-पंजीकृत उपयोगकर्ताओं के लिए।
सूत्रों का कहना है कि भारत बायोटेक ने उन केंद्रों की सूची का खुलासा नहीं किया है जहां वह अपनी वैक्सीन की खुराक भेज रहा है, हालांकि, दिल्ली उन गंतव्यों में से एक है, क्योंकि एयर इंडिया हैदराबाद से दिल्ली तक कोवाक्सिन की पहली खेप पहुंचा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि पहले चरण में, कोविशील्ड या कोवाक्सिन के बीच चयन करने के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए कोई विकल्प नहीं होगा।
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