बैतूल। चिटफण्ड कंपनियों के कर्ताधर्ताओं को द्वारा कुछ इस तरह की सक्रीम लाई जाती है कि लोग उनके झांसे में बड़ी सरलता से फंस जाते हैं और अपनी मेहनत की कमाई इंवेस्टमेंट के नाम पर दे देते हैं और उसके बाद हाथ मलते रह जाते हैं। ऐसी एक ही चिटफण्ड कंपनी ने बड़े शहरों में विज्ञापनों के एलईडी स्क्रीन चलाने का झांसा देकर बैतूल के लोगों से करोड़ों रुपए ठग लिए हैं।
यह खुलासा तब हुआ जब कम्पनी यहां से करीब पौने दो सौ लोगो का 12 से 15 करोड़ की रकम लेकर रफूचक्कर हो गयी। परेशान निवेशक अब पुलिस, के चक्कर लगा रहे है। कोतवाली टीआई संतोष पंदे्र ने बताया कि चिटफण्ड कंपनी के खिलाफ लोग शिकायत कर रहे हैं। इतना ही नहीं लोगों को कंपनी ने दिए चैक भी बाऊंस हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है।
टीआई संतोष पंद्रे ने बताया कि निवेशक वासुदेव झोड़ ने शिकायत की है कि उन्होंने एक लाख रुपये इन्वेस्ट किया था। 18 माह में डबल करने का कहा था, लेकिन अब चार माह से भटक रहे। कम्पनी में फोन लगाते है कोई उठाता नहीं। इसी तरह निवेशक राहुल ने शिकायत की कि परिचित के जरिये इस कम्पनी में इन्वेस्ट किया। डबल वापसी का कहा था। रजनी वर्मा ने कहा कि उन्होंने दो लाख रुपए दिए थे। उस समय कहा था कि बड़े-बड़े शहरों में स्क्रीन पर एड चलाए जाएंगे, लेकिन इसके बदले में कंपनी ने दिए चैक बैंक में लगाए तो वह भी बाउंस हो गया।
पार्टनर बनाने के दिखाए थे सपने
आरोप है कि आयुष एंटरप्राइजेस और एजीएम डिजिटल लिमिटेड नाम की कम्पनी ने बीते एक साल पहले यहां बिजनेस पार्टनर बनाने का सब्जबाग दिखाकर अपना बड़ा जाल फैलाया। कम्पनी ने लोगों को झांसा दिया कि वह बड़े शहरों में एलईडी स्क्रीन पर विज्ञापन का कारोबार करती है। जिसके कई शहरों में बड़े एलईडी होर्डिंग्स लगे हुए है। इन पर चलने वाले विज्ञापनों से उसे बड़ी इनकम होती है।
25-25 लाख तक कर दिए इंवेस्ट
कम्पनी ने इस मायाजाल में उलझाकर बैतूल में सैकड़ो लोगो को अपना बिजनेस पार्टनर बनाकर किसी से एक तो किसी से दो लाख यहां तक कि 25 25 लाख इनवेस्ट करवा डाले। रकम 13 महीने में दुगनी करने का झांसा देकर निवेशकों को बाकायदा मैच्युरिटी डेट के चेक भी दिए गए, लेकिन जब यह तारीख आयी तो चेक एक एक कर बाउंस होना शुरू हो गए। कोई रकम निवेशकों को मिलती तब तक कम्पनी फरार हो चुकी थी। अब परेशान लोग अपना सिर धुन कर पुलिस के चक्कर लगा रहे है। पुलिस ने इस मामले में जांच के बाद कार्रवाई का भरोसा दिया है।
3 से 5 प्रतिशत तक दिया ब्याज
कम्पनी ने यहां अपना जबरदस्त मायाजाल फैलाया। उसने लोगो से लाखों की रकम निवेश करवाई और एक लाख रुपये के निवेश प्रति माह 3 से 4 प्रतिशत की रकम बतौर बोनस देना शुरू कर दिया । इससे लोगों को लगा कि उनका पैसा सही हाथों में है। बस इसी विश्वास के दम पर कम्पनी लोगों को फांसती रही। बताया जा रहा है कि कम्पनी से ठगे गए लोगों में पांच सैकड़ा से ज्यादा लोग है। जो धीरे धीरे सामने आ रहे है। आज 175 लोगों ने इसकी शिकायत की है। जिनका करीब 15 करोड़ रुपया डूब गया है। निवेशकों में।कोई एक लाख का इन्वेस्टर है तो कोई दो लाख का। एक इन्वेस्टर ने तो कम्पनी में 24 लाख का निवेश किया है।
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