नई दिल्ली। इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन का कहना है कि वह श्रीलंका और भारत के दौरों पर आने वाली चुनौतियों को लेकर उत्साहित हैं। एशियाई पिचों पर तेज गेंदबाजों को आमतौर पर ज्यादा सहायता नहीं मिलती, लेकिन एंडरसन का मानना है कि यही चीज इन दौरों को और ज्यादा रोमांचक बनाती है।
एंडरसन ने अगस्त के बाद से कोई भी टेस्ट मैच नहीं खेला है, जिस पर उनका कहना है कि उन्हे इस लंबे ब्रेक में अपनी फिटनेस पर काम करने का काफी समय मिल गया और अब वे अपनी वापसी को लेकर उत्साहित हैं।
एंडरसन ने एक प्रेस सम्मेलन में कहा, “जाहिर है, ये सीम गेंदबाजों के लिए कठिन दौरे होंगे, लेकिन यह कम रोमांचक नहीं है। यह एक अलग चुनौती है और हमने कुछ महीनों से टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है, इसका मतलब है कि हम सभी को बाहर निकलने की भूख है।”
इंग्लैंड की टीम हंबनटोटा के एक होटल में अलगाव में है और वे मंगलवार को कोविड -19 परीक्षण से गुजरेंगे। इसके बाद वे 14 जनवरी से शुरु हो रहे पहले टेस्ट से पहले गॉल में अभ्यास शुरू करेंगे। श्रीलंका में इंग्लैंड को दो मैचों की श्रृंखला खेलनी है। जिसके बाद, फरवरी और मार्च में उन्हे भारत में चार टेस्ट मैच खेलने हैं। इंग्लैंड को 2021 में कुल 17 टेस्ट खेलने हैं।
एंडरसन ने कहा, “श्रीलंका के अंतिम दो दौरों पर स्पिनरों को काफी फायदा मिला है। लेकिन यहां सीमरों के लिए भी विकेट लेने के अवसर होते हैं। यहां रिवर्स स्विंग है और नई गेंद भी स्विंग करती है। मुझे गॉल में कुछ सफलता मिली है, और मुझे पता है कि कुछ अन्य सीमर्स को भी, इसलिए यह निश्चित रूप से तेज गेंदबाजों के लिए कयामत और उदासी नहीं है। हमारा काम दिन में छोटे स्पैल और कम ओवरों का हो सकता है लेकिन निश्चित रूप से हमारे लिए विकेट लेने के अवसर होंगे।”
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