भोपाल। राजधानी के शिवाजी नगर स्थित रेडक्रास अस्पताल में दो महीने के भीतर दवा बैंक शुरू करने की तैयारी है। इस बैंक से गरीब मरीजों को नि:शुल्क दवाएं दी जाएंगी। यहां सरकारी अस्पतालों, दवा प्रतिनिधियों (एमआर) और दानदाताओं से दवाएं जुटाकर यहां रखी जाएंगी। दरअसल, सरकारी अस्पताल में कई बार ऐसी दवाएं जिनकी एक्सपायरी डेट (खत्म होने की तय सीमा) नजदीक होती है उनका स्टॉक ज्यादा रहता है और वह खराब हो जाती हैं, ऐसी दवाएं एक्सपायर होने से पहले ही ले ली जाएंगी। इसी तरह दवा प्रतिनिधियों द्वारा दी जाने वाली इस तरह की सैंपल दवाएं और आमजन जिनके पास इस तरह की दवाएं रखी हों, जिनकी खपत न हो, जुटाकर यहां रखी जाएंगी। इसका मकसद बेकार हो रही दवाओं का सदुपयोग करना भी है। मालूम हो कि हाल ही में हमीदिया अस्पताल में 40 लाख रुपये की दवाएं पिछले साल एक्सपायर होने की जानकारी सामने आई थी। राज्य रेडक्रास सोसायटी के चेयरमैन आशुतोष पुरोहित ने बताया कि कई बार सरकारी अस्पतालों में दवाएं एक्सपायरी डेट निकल जाने से खराब हो जाती हैं, इसलिए ऐसी दवाएं जिनकी खपत न हो, उन दवाओं को दवा बैंक में लाकर गरीबों को दिया जा सकेगा। इसके अलावा शहर का कोई भी व्यक्ति दवा दान करना चाहे तो कर सकेगा। कई मरीज ज्यादा दवाएं खरीद लेते हैं, लेकिन सभी का उपयोग नहीं होता। वह भी दवा बैंक में दवाएं लाकर जमा कर सकेंगे। दवा वितरण के लिए एक फार्मासिस्ट तैनात किया जाएगा। राज्य रेडक्रास शाखा की महासचिव डॉ. प्रार्थना जोशी ने कहा कि दवा प्रतिनिधियों से भी बात की गई है। वह सैंपल वाली कुछ दवाएं बैंक को दान करने को तैयार हो गए हैं। उन्होंने कहा कि दवाएं संग्रहित करने के बाद दवा बैंक शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे गरीब मरीजों को काफी राहत मिल जाएगी।
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