तेहरान । दुनिया में एटमी मामलों पर निगाह रखने वाली संयुक्त राष्ट्र की संस्था विश्व परमाणु ऊर्जा निकाय (आईएईए) ने कहा है कि ईरान परमाणु संवर्द्धन को 20 फीसदी तक बढ़ाने जा रहा है। वैश्विक निरीक्षकों के मुताबिक ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को हथियार-ग्रेड के स्तर से आगे बढ़ाते हुए अपनी भूमिगत फोर्डो एटमी इकाई में 20 प्रतिशत तक परमाणु शुद्धता की योजना बनाई है।
इसे ईरान के अंतरराष्ट्रीय परमाणु समझौते का अब तक का सबसे बड़ा उल्लंघन माना जा रहा है क्योंकि 2015 में हुई एटमी डील में ईरान सिर्फ 4 फीसदी शुद्धता तक ही यूरेनियम का संवर्द्धन कर सकता है। जबकि अमेरिका द्वारा 2018 में खुद को इस डील से बाहर करते हुए ईरान पर लगाए सख्त प्रतिबंधों की वजह से ईरानी नेताओं ने इस समझौते का उल्लंघन शुरू कर दिया था।
आईएईए ने स्वीकार किया कि ईरान ने शुक्रवार रात इस बारे में जानकारी लीक होने के बाद अपने निरीक्षकों को इस फैसले से अवगत कराया। यह कदम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अंतिम दिनों में ईरान-अमेरिकी तनाव के बीच उठाया गया है। ईरान ने आईएईए को सूचित किया है कि हाल ही में संसद में पारित कानून का पालन करने के लिए वह फोर्डो ईंधन संवर्द्धन संयंत्र में 20 फीसदी तक यूरेनियम संवर्द्धन करना चाहता है।
ईरान की योजना
आईएईए के मुताबिक ईरान ने पहाड़ के भीतर बनाए गए परमाणु केंद्र में यूरेनियम संवर्द्धन की पुष्टि की है। हालांकि उसने कार्रवाई शुरू होने का वक्त नहीं बताया है। देश के शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक फखरीजादेह की हत्या के बाद ईरान ने बीते महीने संसद में कानून पारित कर यूरेनियम संवर्द्धन का प्रावधान कर दिया था। इस कानून के तहत ईरान संयुक्त राष्ट्र जांचकर्ताओं को अपने परमाणु स्थलों की जांच से भी रोक सकता है।
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