गुना। नूतन वर्ष 2021 की स्वागत बेला में शुक्रवार को बजरंगढ़ स्थित पुण्योदय शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर पर भगवान शांतिनाथ, कुंथुनाथ एवं अरहनाथ भगवान का महामस्तकाभिषेक हुआ। इस मौके पर कोविड-19 के चलते तमाम सावधानियां बरती गईं। कार्यक्रम में सौधर्म इंद्र, ईशान इंद्र, सनत कुमार इंद्र, माहेन्द्र इंद्र आदि बने चुनिंदा पात्रों ने भगवान का प्रथम महामस्तकाभिषेक कर शांतिधारा की। इस अवसर पर शांतिधारा में ऑनलाईन नाम दर्ज कराने वाले श्रावकों के नाम बोले गए। इसको लेकर लंबे समय से ऑनलाईन कैंपेन चलाकर तैयारी की जा रही थी। इस अवसर पर औपचारिका रूप से श्रीजी को पालकी में विराजमान कस्बे का भ्रमण कराया।
कोविड-19 गाईडलाईन के चलते इस बार वार्षिक विमानोत्सव वृहद रूप में संपन्न नहीं हुआ। इसके पूर्व 2020 की विदाई बेला में जैन श्रद्धालु गुना से बजरंगगढ़ स्थित श्री शांतिनाथ भगवान के दरबार में पैदल पदयात्रा करते हुए पहुंचे। मुंह पर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पदयात्रा देर शाम बजरंगगढ़ पहुंची। यहां रात्रि में श्रद्धालुओं ने आरती की।
वर्ष 2021 का शुक्रवार को जोशो-खरोश के साथ स्वागत, वंदन, अभिनंदन किया गया। इस दौरान धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों पर बड़ी संख्या में लोग पहुँचे। इसके साथ ही दिन भर पार्टी-शार्टी, पिकनिक और सैरसपाटे का दौर चलता रहा। इस दौरान लोगों मे काफी उत्साह देखने को मिला, वहीं इससे पहले बीती रात पुराने साल 2020 को विदाई देने एवं नए साल 2021 के स्वागत का जश्न भी मना। देर रात तक इसको लेकर धूम मचाई जाती रही। जहां जमकर जाम छलके तो पश्चिम की मादक धुनों पर अभिजात्य वर्ग जमकर नाचा। इस बीच घड़ी की सूईयों ने जैसे ही रात के 12 बजने का संकेत दिया। वैसे ही युवा वर्ग जश्न मनाने हुए सडक़ों पर निकल आया। दो और चार पहिया वाहनों के फर्राटे भरे गए तो जमकर आतिशबाजी भी चलाई, हालांकि इस दौरान हुड़दंग रोकने पुलिस बल भी तैयार रहा। जिसने चालानी कार्रवाई कर अपना खजाना भरा। दूसरी ओर जश्न में कोरोना ले बचाव को लेकर निर्धारित नियम तार-तार होते देखने को मिले।
शाम से ही हो गई थी जश्न की तैयारी
वर्ष 2020 को विदाई देने और वर्ष 2021 का स्वागत करने के लिए जश्न की तैयारी बीती शाम से ही शुरु हो गई थी। इस दौरान नाचने-गाने के साथ ही पार्टी-शार्टी का दौर शुरु हो गया था तो अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे थे। होटलों आदि में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। खासा उत्साह दौरान युवा वर्ग में देखने मिल रहा था। नाचे-गाने और क्या मस्ती, क्या धूम के बीच जैसे ही घड़ी की सूईयों ने 12 बजने का संकेत दिया। वैसे ही जश्न अपने पूरे शवाब पर पहुंच गया। एक दूसरे को नववर्ष की शुभकामनाएं दी गईं तो हैप्पी न्यू ईयर के शोर से वातावरण गुंजयमान हो उठा।
भगवान शांतिनाथ के महामस्तकाभिषेक के साथ हुआ नूतन वर्ष का स्वागत
नूतन वर्ष 2021 की स्वागत बेला में शुक्रवार को बजरंगढ़ स्थित पुण्योदय शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर पर भगवान शांतिनाथ, कुंथुनाथ एवं अरहनाथ भगवान का महामस्तकाभिषेक हुआ। इस मौके पर कोविड-19 के चलते तमाम सावधानियां बरती गईं। कार्यक्रम में सौधर्म इंद्र, ईशान इंद्र, सनत कुमार इंद्र, माहेन्द्र इंद्र आदि बने चुनिंदा पात्रों ने भगवान का प्रथम महामस्तकाभिषेक कर शांतिधारा की। इस अवसर पर शांतिधारा में ऑनलाईन नाम दर्ज कराने वाले श्रावकों के नाम बोले गए। इसको लेकर लंबे समय से ऑनलाईन कैंपेन चलाकर तैयारी की जा रही थी। इस अवसर पर औपचारिका रूप से श्रीजी को पालकी में विराजमान कस्बे का भ्रमण कराया।
कोविड-19 गाईडलाईन के चलते इस बार वार्षिक विमानोत्सव वृहद रूप में संपन्न नहीं हुआ। इसके पूर्व 2020 की विदाई बेला में जैन श्रद्धालु गुना से बजरंगगढ़ स्थित श्री शांतिनाथ भगवान के दरबार में पैदल पदयात्रा करते हुए पहुंचे। मुंह पर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पदयात्रा देर शाम बजरंगगढ़ पहुंची। यहां रात्रि में श्रद्धालुओं ने आरती की।
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