एसडीओ जूनी इंदौर में सबसे ज्यादा 58 व एसडीओ मल्हारगंज के यहां 44 लंबित
इंदौर। इंदौर जिले में 2 से 5 वर्ष तक के लंबित प्रकरणों की संख्या सवा सौ है, जिसमें सबसे ज्यादा एसडीओ जूनी इंदौर व दूसरे नंबर पर एसडीओ मल्हारगंज है। जिला प्रशासन के रिकॉर्ड अनुसार पिछले 2 वर्ष से 5 वर्ष तक लंबित प्रकरणों की संख्या कुल 115 है, जिसमें सबसे ज्यादा एसडीओ जूनी इंदौर के यहां 58 तथा दूसरे नंबर पर एसडीओ मल्हारगंज है, जहां कुल 44 प्रकरण लंबित हैं। एसडीओ राऊ व एसडीओ सांवेर के यहां 1-1 प्रकरण लंबित है। इसी प्रकार नायब तहसीलदार सांवेर, बिचौली हप्सी व तहसीलदार सांवेर के यहां भी सिर्फ 1-1 प्रकरण ही लंबित है। बाकी तहसीलदार व एसडीओ कोर्ट में एक भी प्रकरण लंबित नहीं है।
कलेक्टर कोर्ट में 2 से 5 वर्ष तक के सिर्फ 5 प्रकरण ही लंबित
कलेक्टर कोर्ट में भी 2 वर्ष से 5 वर्ष तक के लंबित प्रकरणों की संख्या सिर्फ 5 है, वहीं 5 वर्ष से अधिक लंबित प्रकरणों की संख्या इंदौर जिले की सभी तहसीलों में शून्य है। केवल राऊ एसडीओ के यहां 1 प्रकरण लंबित है। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर मनीष सिंह की सक्रियता का ही परिणाम है कि राजस्व प्रकरणों का तेजी से निराकरण किया जा रहा है। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र सांवेर, देपालपुर एवं हातोद के एसडीएम व तहसीलदार सहित पूरा राजस्व अमला पेंडिंग प्रकरणों के निराकरण में ही पिछले 2 माह से लगा हुआ है, जिसका परिणाम यह है कि त्वरित गति से लंबित प्रकरणों का निराकरण किया जा रहा है।
नए वर्ष में नए जोश और उमंग से निराकरण में जुटा अमला
नए वर्ष में नए जोश व उमंग के साथ राजस्व अमला पेंडिंग प्रकरणों के निराकरण में जुट गया है। अपर कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने बताया कि शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र के एसडीएम व तहसीलदारों सहित सभी पूरे राजस्व अमले को निर्देश दिए गए हैं कि वे पेंडिंग प्रकरणों का निराकरण तेजी से करें।
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