बदलता खानपान और बिगड़ते लाइफस्टाइल की वजह से फैटी लिवर का खतरा लगातार बढ़ता चला जा रहा है। खासतौर पर युवाओं में फैटी लिवर की समस्या तेजी से बढ़ रही है। फिटनेस एक्सपर्ट्स का मानना है कि फैटी लिवर की समस्या का मुख्य कारण जंकफूड को डाइट में शामिल करना है।
ज्यादा घी-तेल, मैदा और गंदा खाना खाने से फैटी लिवर की बीमारी होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि लंबे समय तक फैटी लिवर की बीमारी रहने पर यह हेपेटाइटिस बी में बदल सकती है। इससे बचने के लिए डायटिशियन कुछ विशेष फलों को डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं।
सेब का सेवन है रामबाण –
फैटी लिवर के रोगियों को अपनी डाइट में सेब शामिल करना चाहिए। हमेशा से यह कहा जाता है – ‘एन एप्पल अ डे, कीप्स द डॉक्टर अवे’ (An Apple a Day, Keeps The Doctor Away) यानी रोजाना एक सेब खाने से बीमारियों से बचा जा सकता है। आपको बता दें कि हेल्थ एक्सपर्ट्स का यह मानना है कि रोजाना सेब खाने से आप फैटी लिवर की समस्या से बच सकते हैं।
एवोकाडो का सेवन है लाभकारी
– फिटनेस एक्सपर्ट्स यह बताते हैं कि रोजाना एवोकाडो का सेवन करने से आपका लिवर तंदरुस्त रह सकता है। इसलिए जिन लोगों को फैटी लिवर होने की संभावना हैं या जो फैटी लिवर से पीड़ित हैं, उन्हें रोज एवोकाडो खाना चाहिए। यह आपके लिवर को डैमेज होने से बचाता है। साथ ही इसका सेवन लिवर रिपेयरिंग में भी मददगार साबित होता है।
पपीता खाना है फायदेमंद
– जिन लोगों को फैटी लिवर की समस्या रहती है, उन्हें पपीता का सेवन करना चाहिए। बताया जाता है कि पपीता का सेवन करने से न सिर्फ आपका लिवर स्वस्थ रह सकता है बल्कि पाचन क्रिया भी अच्छी तरह काम कर पाती है। इसलिए फैटी लिवर के मरीजों को हेल्थ एक्सपर्ट्स यह सलाह देते हैं कि वह रोजाना पपीता का सेवन करें।
संतरा करें डाइट में शामिल
– फैटी लिवर के मरीज के लिवर में घाव हो जाते हैं, जिन्हें भरने के लिए विटामिन सी की जरूरत पड़ती है। डायटिशियन की मानें तो संतरा में भरपूर मात्रा में विटामिन सी होता है। इसलिए फैटी लिवर के मरीजों को संतरा अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।
नोट – उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें । कोई भी बीमारी या परेंशानी होने की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।
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