अखरोट सेहत का खजाना माना जाता है। डायटिशियन का मानना है कि अखरोट में प्रोटीन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, आयरन, कॉपर, फॉस्फॉरस, सेलेनियम, ओमेगा-3 फैटी ऐसिड आदि कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। अखरोट को ड्राय फ्रूट्स का राजा कहा जाता है।
कहते हैं कि अखरोट का सेवन करने से कई रोगों से मुक्ति पाई जा सकती है। इसलिए इसका सेवन करना बहुत लाभकारी माना जाता है। फिटनेस एक्सपर्ट्स की मानें तो अखरोट का सेवन करने से डायबिटीज का खतरा भी टल सकता है। अखरोट का सेवन करने के और भी कई फायदे हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि भीगे हुए अखरोट का सेवन करने से टाइप – 2 डायबिटीज का खतरा कम किया जा सकता है। इसका सेवन करने के लिए एक मुट्ठी अखरोट को पानी में रातभर भीगे रहने दें। सुबह अखरोट का पानी निकालकर खाली पेट उसका सेवन करें।
इसमें प्रचूर मात्रा में ओमेगा – 3 फैटी एसिड पाए जाते हैं, जिससे सूजन में आराम मिल सकता है।
अखरोट में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। रोजाना खाली पेट अखरोट का सेवन करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है। जानकारों की मानें तो अखरोट का सेवन करने से वजन भी कम किया जा सकता है।
अखरोट में मौजूद अल्फा-लिनोलेनिक एसिड से हड्डियां मजबूत होती हैं। इससे फ्रेक्चर रिपेयर होने में मदद मिलती है।
विशेषज्ञों की मानना है कि अखरोट खाने से मेल फर्टिलिटी बेहतर बनी रहती है।
जिन लोगों को अनिंद्रा की शिकायत रहती है उनके लिए अखरोट का सेवन करना बहुत उपयोगी माना जाता है। कहते हैं कि इसका सेवन करने से मस्तिष्क मजबूत होता है।
डॉक्टरों का कहना है कि रोजाना अखरोट का सेवन करने से इम्यूनिटी बढ़ती है, जिससे मौसमी बीमारियों से बचा जा सकता है। सर्दियों में होने वाले सर्दी, खांसी, जुखाम और सिर दर्द से छुटकारा पाने के लिए अखरोट का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है।
बताया जाता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान अखरोट का सेवन करना बहुत अच्छा साबित होता है, लेकिन ध्यान रखें कि प्रेग्नेंसी में भीगे हुए अखरोट ही खाएं और बहुत अधिक मात्रा में इसका सेवन न करें। खासतौर पर प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में इसका कम सेवन करें।
नोट – उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें । कोई भी बीमारी या परेंशानी होने की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।
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