अफ्रीका अफ्रीका के कॉन्गो (Congo ) में एक मरीज में Hemorrhagic Fever के लक्षण दिखाई दिया है .तुरंत उस मरीज को आइसोलेट कर दिया गया और फिर उसके सैंपल इबोला टेस्ट के लिए भेज दिए गए. पर इसके साथ चिंतित मेडिकल एक्सपर्ट एक सवाल से परेशान है कि क्या होगा अगर महिला को इबोला ना हो? ओर अगर ये महिला किसी नए वायरस से पैदा होने वाली ‘Disease X’ की पेशेंट निकली तो क्या ? और या फिर यह बीमारी कोरोना की तरह तेजी से फैलने वाली और इबोला की तरह जान लेने वाली हुई तो क्या होगा ?
Disease X में X मतलब कोई चीज़ जो अज्ञात है, यानी एक अज्ञात बीमारी जो आने वाले वक्त में कोरोना की ही तरह ही दुनिया में फैल सकती है. दुनिया के फेमस मेडिकल साइंटिस्ट्स का कहना है कि Disease X का डर जायज है. CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, कॉन्गो की मरीज के डॉक्टर डॉ. डेडिन बोन्कोले कहते हैं कि नई महामारी की बात काल्पनिक नहीं है, बल्कि वैज्ञानिक सबूतों के आधार पर ये दर सही भी है .उनका मानना है की जैसे इबोला के बारे में भी किसी को नहीं पता था. कोरोना के बारे में भी नहीं. तो स्वाभाविक ही हमें नए बीमारी से डरना चाहिए
इबोला वायरस की खोज में मदद करने वाले प्रोफेसर जीन जेसक्वीस मुयेम्बे टैम्फम कहते हैं कि अफ्रीका के Rain Forest से नए खतरनाक वायरस के फैलने का खतरा है. इबोला की खोज के बाद से प्रोफेसर टैम्फम नए वायरस की खोज में भी लगातार जुटे हुए हैं.
प्रोफेसरका कहना हैं कि हम अब ऐसी दुनिया में रह रहे हैं जहां नए वायरस लगातार आते रहेंगे और इसी वजह से इंसानियत पर खतरा भी बना ही रहेगा. कॉन्गो के Yambuku Mission Hospital में जब पहली बार रहस्यमय बीमारी जो की इबोला के रूप में हुई थी और तब हॉस्पिटल के 88 फीसदी मरीज और 80 फीसदी स्टाफ की जान इस वायरस ने ले ली थी.
वहीं हम बता दे की जिस रहस्यमय बीमारी से जूझ रही कॉन्गो की जिस महिला का सैंपल हाल ही में इबोला टेस्ट के लिए भेजा गया था वह निगेटिव आ गया है. यही कारण है की उनकी बीमारी आज भी रहस्य बनी हुई है. साथ ही अफ्रीका के कॉन्गो में नए खतरनाक वायरस के फैलने का खतरा भी महसूस किया जा रहा है.इस तरह के वायरस जानवरों से इंसानों में पहुंच सकते हैं.
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