उज्जैन। जिला पुलिस के रेडियो एवं वायरलेस विभाग के पास 1155 वायरलेस सेट है। जिले में पुलिस थानों, अधिकारियों, बीट अधिकारियों सहित गश्त पर रहनेवालों के लिए करीब 500 वायरलेस सेट की आवश्यकता पड़ती है, लेकिन कोरोनाकाल में 1155 सेट पुलिस विभाग सहित विभिन्न विभागों के पास जारी हो गए। कोरोनाकाल में हुए इस वितरण को लेकर जब आला अधिकारी जागे तो पता चला कि जितने सेट पुलिस विभाग सहित अन्य शासकीय विभागों को जारी किए गए थे,वे वापस जमा नहीं हुए है। अब एसपी ने इनके वेरीफिकेशन के आदेश जारी किए हैं,ताकि आवश्यकतानुसार सेट पुलिस विभाग में रहे और शेष आपातकालीन व्यवस्था के लिए वापस जमा हो जाए।
जिला पुलिस में अधिकारियों सहित पुलिस थानों में वायरलेस सेट प्रदाय होते हैं। रेडियो एवं वायरलेस सेट विभाग द्वारा जिला पुलिस बल को नियमित वायरलेस सेट प्रदान किए गए थे। कोरोनाकाल में जब चौराहों पर लॉकडाउन के चलते कफ्र्यू लगे,अमले की ड्यूटी के पाइंट बढ़े तो वायरलेस सेट अधिक संख्या में बांटे गए। साथ ही नगर निगम,विद्युत विभाग,पीएचई,प्रशासन आदि में भी सेट बांटे गए। कोरोनाकाल समाप्त होने के बाद ये सेट वापस जमा नहीं हुए। इसी के चलते अब वेरीफिकेशन हो रहा है, ताकि जहां आवश्यकता नहीं है, सेट वापस जमा करवाने के निर्देश दिए जा सकें।
गोपनीय जानकारी भी हो रही है लीक: वर्मा
इस संबंध में चर्चा करने पर रेडियो वायरलेस विभाग के निरीक्षक बाबूलाल वर्मा ने चर्चा करने पर बताया कि एक सेट 50 हजार रू. से अधिक का आता है। ऐसे 1155 सेट विभाग के पास थे, जोकि रूटीन के अलावा कोरोनाकाल में बंट गए। ऐसे में तीन प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
इस बात की जानकारी जब एसपी सत्येंद्र शुक्ला को दी तो उन्होंने निर्देश दिए कि सेट का वेरीफिकेशन करवाओ। सबसे पहले एसपी /एएसपी /सीएसपी / डीएसपी कार्यालयों में वेरीफिकेशन करवा रहे हैं। इसके बाद पुलिस थानों में होगा। इसी प्रकार अन्य विभागों से सेट मंगवाए जा रहे हैं।
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