कुवैत की अर्थव्यवस्था को आधुनिक बनाने के लिए अहम सुधार सुझाने वाले शेख नासेर सबाह अल सबाह का रविवार को निधन हो गया। सरकार समर्थित, वह 72 वर्षीय शेख नासेर दिवंगत अमीर शेख सबाह अल अहमद अल सबाह के बड़े बेटे थे। शेख नासेर सितंबर में अपने 91 वर्षीय पिता के निधन के बाद क्राउन प्रिंस बनने की होड़ में सबसे आगे चल रहे थे। हालांकि कुना ने शेख नासेर की मौत का कारण सार्वजनिक नहीं किया, लेकिन दो साल पहले फेफड़ों के कैंसर का ऑपरेशन कराने के बाद से ही उनकी गिरती सेहत की जानकारी सभी को थी।
शेख नासेर ने अपने पिता की सरकार में लंबे समय तक विभिन्न सरकारी पदों पर काम किया था। वे देश के रक्षा मंत्री रहने के साथ ही उप प्रधानमंत्री भी रह चुके थे। हालांकि उन्होंने सबसे ज्यादा समर्थन अपनी महत्वाकांक्षी मेगा परियोजनाओं और भ्रष्टाचार विरोधी प्रयासों के लिए हासिल किया था, जिन्हें कुवैत की छवि बदलने वाला माना जाता है। तेल से आने वाले राजस्व पर देश की 90 फीसदी निर्भरता के बावजूद शेख नासेर को कुवैत की अर्थव्यवस्था का रुख दूसरी तरफ मोड़ने वाली साहसिक योजनाओं के लिए याद किया जाता है।
शेख नासेर ने देश के उत्तर में मुक्त क्षेत्र वाला बिजनेस हब निर्मित करने और गहरा समुद्री बंदरगाह बनाने की योजना पेश की थी, लेकिन कुवैत की संसद में बहुत सारे लोगों ने इन योजनाओं के चलते अपने ज्यादा विकसित पड़ोसियों सऊदी अरब व यूएई से पिछड़ने का डर दिखाते हुए अर्थव्यवस्था में यथास्थिति बनाए रखने को ही तरजीह दी। पिछले साल सैन्य फंड में करोड़ों डॉलर के संदिग्ध घोटाले के लिए जांच का दबाव बनाए जाने पर उनके पिता ने ही उन्हें सरकार से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। लेकिन वे लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने सार्वजनिक बयानों की बदौलत चर्चाओं में बने रहे थे।
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