प्रयागराज । अयोध्या (Ayodhya) में श्री राम जन्मभूमि (Sri Ram Janmabhoomi) में भव्य राम मंदिर निर्माण (construction of grand Ram temple) के लिए लोगों की जन सहभागिता बढ़ाने और मंदिर निर्माण के लिए संग्रह अभियान 15 जनवरी से शुरू रहा है। संग्रह अभियान की रूपरेखा तैयार करने के लिए प्रयागराज के विश्व हिंदू परिषद काशी प्रांत (Vishwa Hindu Parishad Kashi province) कार्यालय केसर भवन में साधु संतों का सम्मेलन आयोजित किया गया ।श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती (Swami Vasudevanand Saraswati) की अध्यक्षता में हुई बैठक में संग्रह अभियान को लेकर रणनीति तय की गई। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने इस दौरान कहा कि पहले हम राम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण करेंगे। राम मंदिर बनने के बाद काशी और मथुरा के मंदिर को कोई रोक नहीं सकता, वह तो बनेगा ही।
प्रयागराज काशी प्रांत कार्यालय में आयोजित बैठक में साधु-संतों की मौजूदगी में तय किया गया कि 15 जनवरी से शुरू करके 27 फरवरी (माघी पूर्णिमा) तक मंदिर निर्माण के लिए देशभर में चार लाख से ज्यादा गावों में संग्रह अभियान चलेगा। इसमें 11 करोड़ परिवारों के 55 करोड़ व्यक्तियों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। इस संग्रह अभियान के माध्यम से आम आदमी को राम मंदिर से जोड़ने के साथ ही युवा पीढ़ी को राम जन्मभूमि के इतिहास की जानकारी भी दी जाएगी।
श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक देश के तीन से चार लाख कार्यकर्ता राम मंदिर निर्माण के लिए संग्रह अभियान से जुड़ेंगे और लोगों से मंदिर के लिए सहयोग भी लेंगे। इस मौके पर उन्होंने कहा है कि भगवान राम का मंदिर उनका घर है, इसलिए भक्तों से कुछ भी मांगने की जरुरत नहीं है। बल्कि उन्हें इस अभियान से जोड़ने और उन्हें इसके बारे में बताने की जरुरत है कि भगवान राम का घर बन रहा है।
‘फिर काशी-मथुरा की बारी’
श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा है कि संग्रह अभियान के लिए कूपन छपवाए गए हैं। इस पर भगवान राम और राम मंदिर का चित्र भी छापा गया है। उन्होंने कहा है कि जितनी ज्यादा राशि का कूपन होगा, उस कूपन पर उतना ही बड़ा मंदिर का चित्र भी छपा होगा। उन्होंने कहा है कि मंदिर के लिए शुरू हो रहे संग्रह अभियान में पूरी पारदर्शिता भी रखी जाएगी। भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नैशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा की 46 हजार ब्रांचों में कार्यकर्ता संग्रह की हुई धनराशि श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के खाते में अगले दिन ही जमा कर सकेंगे।
आपको बता दें एक संत सम्मेलन 21 दिसंबर को काशी के पाताल पुरी आश्रम में भी संग्रह अभियान को लेकर बुलाया गया है। वहीं दूसरी ओर बैठक में शिरकत करने आए अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि जन सहभागिता से अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा और मथुरा को भी मुक्त कराने की बड़ी जिम्मेदारी है और साधु संत भी चाहते हैं की काशी और मथुरा को मुक्त कराकर फिर से मंदिर निर्माण होना चाहिए। इसके लिए सभी हिंदूवादी संगठनों और साधु-संतों के सहयोग से संवैधानिक तरीके से काशी मथुरा को मुक्त कराएंगे।
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