जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि किसान आंदोलन को लेकर केन्द्र की मोदी सरकार को अपना अहम और घमंड छोडक़र कानून वापसी की दिशा में काम करना चाहिए। क्योंकि, ये राजनीति हैं और यहां जो दिखता है वो होता नहीं है और जो होता है वो दिखता नहीं है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की लड़ाई में उनके साथ हैं। किसानों के साथ अन्याय हो रहा है। इतनी तेज सर्दी के बाद भी कई प्रदेशों के किसान कृषि बिलों के खिलाफ सडक़ों पर बैठे हैं। किसान सर्दी में मर रहे हैं, लेकिन मोदी सरकार को इससे कोई मतलब नहीं है।
गहलोत ने कहा कि लॉकडाउन के समय मजदूर सडक़ों पर चले थे। इसी तरह का माहौल दोबारा देश में है। आंदोलन में बड़े-छोटे सभी किसान हैं और सभी दुखी हैं। गहलोत ने भाजपा व मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग बहुत ही असंवेदनशील लोग हैं और इनमें संवेदनशीलता नाम की कोई चीज नहीं है। मोदी सरकार को किसानों से मिलकर बात करनी चाहिए। आंदोलन में कई किसानों की मौत हो चुकी है और इसका कोई आंकड़ा नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुद चाहिए कि बड़ा दिल रखकर कृषि कानूनों को वापस लें और इसे अपनी प्रतिष्ठा का सवाल नहीं बनाएं। मोदी सरकार को अपना अहम और घमंड छोडक़र कानून वापस लेने चाहिए।
सीएम गहलोत ने कहा कि राजनीति में जो दिखता है वो होता नहीं है और जो होता है वो दिखता नहीं है। कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता राहुल गांधी और सोनिया गांधी को अपना नेता मानते हैं। इसमें झगड़े की कोई बात ही नहीं है। बैठक सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुई और सभी की भावना थी कि राहुल गांधी को ही खुद कांग्रेस का नेतृत्व लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सभी मिलकर उन ताकतों से लड़ाई लड़ रहे हैं जो लोकतंत्र की हत्या करना चाहती है और देश को बर्बाद करना चाह रही है। (एजेंसी, हि.स.)
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