दोस्तो दुनिया में सर्दी-खांसी-जुकाम एक बड़ी समस्या हैं। इनके साथ सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि कड़ाके की सर्दी में भी जुकाम होता है और जून की भयानक गर्मी में भी जुकाम हो सकता है। क्योंकि जुकाम होने के पीछे ना तो हमेशा कोई एक कारण जिम्मेदार होता है और ना ही कोई एक वायरस…जी हां, सर्दी-खांसी और जुकाम की समस्याएं कई अलग-अलग वायरस की वजह से हो सकती हैं।
यह एक बड़ी वजह है कि इन समस्याओं की कोई एक निश्चित दवा नहीं है। बल्कि लक्षणों के आधार पर रोगी को दवाई दी जाती है।
इसलिए इस संक्रामक रोग पर यह टैग लाइन बहुत फिट बैठती है कि ‘इलाज से बेहतर बचाव है’ आज यहां हम उन घरेलू नुस्खों के बारे में बात करेंगे, जिनके माध्यम से आप सर्दी-खांसी-जुकाम जैसी हर मौसम और बेमौसम होनेवाली बीमारियों से बच सकते हैं। कहने को तो जुकाम कोई बीमारी नहीं है, लेकिन जो झेल रहा होता है वही जानता है इस संक्रमण की पीड़ा…जुकाम के दौरान होनेवाली समस्याएं –
-लगातार सिर में दर्द रहना
-नाक बहना
-छींके आना
-आंखों में जलन या खुजली होना
-शरीर में लगातार दर्द रहना या भारीपन
-गले से कफ आना
-इन सभी समस्याओं के चलते बुखार हो जाना
शहद का सेवन करें
-शहद ऐंटिवायरल और ऐंटिबैक्टीरियल गुणों से भरपूर एक प्राकृतिक औषधि है। आप जुकाम के दौरान दिन में कम से कम 2 से 3 बार शहद का सेवन करें।
-आप दिन में तीन बार 1-1 चम्मच शहद खा सकते हैं। या फिर आप गुनगुने दूध में शहद मिलकार उस दूध का सेवन कर सकते हैं। लेकिन यदि खांसी के साथ बलगम आ रहा हो तो आपको दूध का सेवन नहीं करना चाहिए।
-दिन में तीन बार शहद खाना, जब भी प्यास लगे गुनगुना पानी पीना और गले में दर्द की स्थिति में मुंह में लौंग डालकर रखना। ये ऐसे आसान तरीके हैं, जो आपको सर्दी-खांसी-जुकाम में राहत देंगे।
शहद और अदरक की चाय
-अदरक में ऐटिवायरल और ऐंटिइंफ्लामेट्री गुण होते हैं। इस कारण यह गले, सीने और सिर में होनेवाल दर्द में राहत देता है और जुकाम फैलानेवाले वायरस को खत्म करता है।
-शहद और अदर की चाय बनाने के लिए आप एक कप पानी लें। आधा इंच का अदरक का टुकड़ा लें और एक से डेढ़ चम्मच शहद लें। सबसे पहले पानी को गर्म होने रखें, जब पानी गर्म हो जाए तो उसमें कद्दूकस किया हुआ अदरक डालें और फिर इसे 2 मिनट तक पका लें।
-अब इस पानी को छानकर हल्का ठंडा कर लें और इसमें शहद मिला लें। शहद और अदरक की चाय तैयार है। आप इस तरह की चाय का सेवन जुकाम होने पर दिन में दो बार जरूर करें। 6 जायज कारण, जो बताते हैं क्यों हर दिन खानी चाहिए अश्वगंधा
गरारे करें और भाप लें
-जुकाम, खांसी की स्थिति में गरारे करने से और भाप लेने से बहुत अधिक आराम मिलता है। इसलिए जब भी जुकाम के कारण गले में दर्द की समस्या हो या तो गर्म पानी में नमक डालकर उसके गरारे करें।
-नाक बंद होने की स्थिति में गर्म पानी में विक्स डालकर उसकी भाप लें। भाप नाक और मुंह दोनों से लें। इससे आपको जुकाम और बंद नाक के साथ ही गले के दर्द और सिरदर्द से भी राहत मिलेगी।
नोट – उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव समान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें। कोई भी बीमारी या परेंशानी होने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।
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