जोधपुर । पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज युद्धक टैंक अर्जुन मार्क-1ए का सफल परीक्षण भारतीय सेना और डीआरडीओ ने किया है। परीक्षण पूरे होने के बाद इसके सेना में शामिल होने का रास्ता भी साफ हो गया है।
सैन्य सूत्रों के मुताबिक देश में ही निर्मित अर्जुन टैंक को वर्ष 2004 में सेना में शामिल किया गया था। इसके बाद सेना ने इसमें कई तरह के सुधारों की मांग की। सेना के सुझावों को शामिल करते हुए अर्जुन मार्क-1ए टैंक तैयार किया गया। मार्च में किए गए परीक्षणों में भी यह खरा उतरा था और सुधार कर चार टैंक भी तैयार करवाए गए थे। इनका बाद में पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में सफल परीक्षण भी हुआ था।
पावर क्षमता के साथ ट्रांसमिशन सिस्टम लगाया
सेना के मुताबिक नई मारक क्षमता के इस टैंक की पावर क्षमता को भी बढ़ाया गया है। इसके अलावा आधुनिक ट्रांसमिशन सिस्टम लगाया गया है। यह अपने लक्ष्य को खुद तलाश कर भेद सकता है। उन्नत वर्जन का यह टैंक रणक्षेत्र में बिछाई गई माइंस को साफ करने में भी सक्षम है। इससे यह आसानी से भी आगे बढ़ सकता है। केमिकल या परमाणु बम के विस्फोट की स्थिति में इसमें लगा अलार्म बज उठेगा। इसकी एक और खासियत यह बताई जाती है कि इस टैंक में कमांडर, गनर, लोडर व चालक का क्रू होगा जो इन सभी को सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम है।
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