भोपाल। प्रदेश में उपचुनाव होते ही सरकार जनता को बिजली के दाम बढ़ाकर जोर का झटका देने वाली है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बिजली के दाम बढ़ाने के संकेत दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि बिजली की दरों को लेकर अभी समीक्षा होगी। दाम नियंत्रित करने के लिए जरूरी है खर्च कम हो। पैसे की जो जरूरत है उसकी पूर्ति किस तरह की जा सकती है इसका आकलन होगा। यदि फिर भी आय के स्त्रोत पर्याप्त नहीं होंगे तो जरूरी होने पर दाम बढ़ाया भी जा सकता है। उन्होंने बिजली के दाम को लेकर सीधा कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन ये जरूर कहा कि गरीबों के हित का ध्यान सरकार रखेगी। इंदिरा गृह ज्योति योजना पर उन्होंने पात्र हितग्राहियों की पहचान का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सही उपभोक्ता इस योजना से लाभांवित हो रहा है कि नहीं इसकी जांच होनी चाहिए। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बिजली की दर को काबू करने के लिए लाइन लॉस कम करना आवश्यक है। कंपनियों के खर्च भी सीमित करना होगा। इसी कड़ी में कंपनियों के स्टोर में रखे अनावश्यक सामग्री का आकलन करवाया जा रहा है। उन्होंने सौभाग्य योजना को लेकर पूछे सवाल पर कहा कि योजना की जांच होगी। जो तथ्य आएंगे उन्हें सार्वजनिक किया जाएगा।
बिल में गड़बड़ी के लिए कनिष्ठ और सहायक अभियंता होंगे जिम्मेदार
भोपाल। मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि बिजली उपभोक्ताओं के मीटर की रीडिंग प्रत्येक माह अनिवार्य रूप से की जाए। सिस्ट्म को दुरस्त करते हुए बिलिंग में गड़बड़ी के लिए वितरण केन्द्र के कनिष्ठ अभियंता और सहायक अभियंता की जिम्मेदारी तय की जाए। तोमर ने कहा कि कॉल सेंटर में उपभोक्ताओं की शिकायतों का समाधान निश्चित समय सीमा में किया जाए और इसकी सतत् निगरानी भी की जाए। उन्होंने कहा कि मैदानी अभियंता उपभोक्ताओं को बिजली बिल जमा करने के लिए प्रेरित व प्रोत्साहित करें। यदि किसी उपभोक्ता को ज्यादा महीनों का बिल दिया जा रहा है, तो सिस्ट्म में हर माह के स्लेब के हिसाब से गणना सुनिश्चित की जाए।
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