कोरोना वायरस महामारी ने सारा विश्व लड़ रहा है जिससे बच्चें से युवाओं तक को परेंशानी का सामना करना पढ़ रहा है । आपत तो जानतें ही हैं कि पिछले 7 महीनों से स्कूल बंद है, को बंद कर दिया गया था । माता पिता की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है अपने बच्चों की वायरस से हिफाजत करना है। पैरेंट्स ने अपने बच्चों को इस बीमारी से बचाने के लिए के लिए दोस्तों से मिलने-जुलने पर भी रोक लगाकर रखी होगी । भीड़ में, पार्क में खेलने पर भी बच्चों पर पाबंदी है। पूरा दिन बच्चों का मोबाइल के साथ ही गुजरता है।
इस कोरोना महामारी की बजह से बच्चों शारीरिक गतिविधियां जैसे चली ही गई हो ऐसे में बच्चे आलसी हो गए है और उनका मूड भी प्रभावित हो रहा है। बच्चे के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए व्यायाम और खेलकूद बेहद जरूरी है। बच्चों को हेल्दी रखने के लिए पैरेंट्स को चाहिए कि वो उन्हें खेलने का मौका दें। बच्चों के लिए व्यायाम विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह तनाव को वजन को कम करता है, और साथ ही इम्यून सिस्टम को बढ़ाता है। जानिए किस तरह आप कोरोनाकाल में अपने बच्चों को शरीरिक रूप से तंदुरुस्त रख सकते हैं।
तो आइये जानतें हैं कि कोरोना वायरस के समय में क्या करना चाहिए
बच्चों को एक्सरसाइज करवाएं :
यदि आप चाहते हैं कि आपका बच्चा शरीरिक और मानसिक रूप से तंदुरुस्त रहे तो पूरा परिवार एक साथ एक्सरसाइज करें, ताकि बच्चे व्यायाम के लिए अधिक प्रेरित हो। फैमिली वॉक, बाइक राइड, डांस पार्टी, लिविंग-रूम योग सेशन या बैकयार्ड सॉकर गेम्स ऐसे खेल है, जिसे आपके घर के सदस्यों एक साथ खेल सकते हैं।
बाहरी गतिविधि को प्रोत्साहित करें:
जब भी संभव हो, अपने बच्चे को बाहर निकलने के लिए प्रोत्साहित करें, यहां तक कि ब्लॉक के आसपास टहलने या भाई-बहन के साथ पकड़ने का खेल खेलने को कहें। 10 मिनट का आउटडोर व्यायाम बच्चों के लिए पूरी कसरत है।
कैलोरी बर्न करने वाले काम कराएं:
बच्चों की मांसपेशियों के निर्माण और कैलोरी बर्न करने वाले काम जैसे लॉन की घास काटना, बगीचे में काम करना, कार को धोना या गैरेज की सफाई करने जैसे काम कराएं। अपने बच्चों को उपयुक्त काम सौंपने पर विचार करें। आपके बच्चे घरेलू कामों को पूरा करने में आपकी मदद करके दोहरा कर्तव्य निभा सकते हैं।
बच्चों के साथ खेलें
आप अपने बच्चों के साथ घर के लोन में बैडमिंटन, टेनिस और दौड़ सकते हैं। ये खेल ना सिर्फ आपके बच्चों में फेट बर्न करेंगे बल्कि उनका बौद्धिक और मानसिक विकास भी करेंगे।
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें । कोई भी बीमारी या परेंशानी होनें पर अपनें डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।
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