भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के जिन जिलों में कोरोना संक्रमण अधिक है, वहां क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की सलाह अनुसार वैवाहिक आयोजनों में संख्या संबंधी प्रतिबंध लगाया जाएं, परंतु जिन जिलों में प्रकरण कम हैं, वहां वैवाहिक आयोजनों पर अनावश्यक प्रतिबंध न लगाए जाएं। मास्क न लगाने तथा कोरोना संबंधी अन्य सावधानियां न बरतने पर कुछ समय के लिए ‘ओपन जेलÓ में रखा जाए। जो लोग होम आइसोलेशन में हैं, उनके घर के बाहर तत्संबंधी सूचना प्रदर्शित की जाए, जिससे वे घर से बाहर न निकलें। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जिन क्षेत्रों में संक्रमण अधिक है, वहां कंटेनमेंट जोन बनाए जाएं, जिससे संक्रमण आगे न फैले। भोपाल शहर में कोलार, एमपी नगर तथा अशोका गार्डन क्षेत्रों में कुल 05 संक्रमण क्षेत्र बनाए गए हैं। इन क्षेत्रों में विशेष सावधानी रखी जाए।
91.1 प्रतिशत रिकवरी रेट
प्रदेश में कोरोना की रिकवरी रेट 91.1 प्रतिशत है, पॉजिटिविटी रेट 5.5 प्रतिशत है तथा मृत्यु दर 1.6 प्रतिशत है। कोरोना के एक्टिव प्रकरणों की संख्या 14 हजार 677 है तथा प्रदेश में प्रति 10 लाख व्यक्ति कोरोना टैस्ट की संख्या 42 हजार 889 है।
इंदौर में सर्वाधिक नए प्रकरण
जिलावार समीक्षा में पाया गया कि कोरोना के सर्वाधिक नए प्रकरण इंदौर में 556 आए हैं, उसके बाद भोपाल में 313, ग्वालियर में 95, जबलपुर में 85, रतलाम में 51 तथा विदिशा में 33 नए प्रकरण आए हैं। इन जिलों पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा दिए गए।
विशेषज्ञ डॉक्टर्स की टीम लेकर सागर जाएं
सागर में मृत्यु दर अधिक होने पर मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि वहां के प्रभारी अधिकारी विशेष चिकित्सकों की टीम लेकर कल ही सागर जाएं। वहां मृत्यु दर हर हालत में कम होनी चाहिए।
बुरहानपुर में कोई नया प्रकरण नहीं
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बुरहानपुर जिले में घनी आबादी होने के बावजूद कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण पाया गया है। शुरूआत में जहां बुरहानपुर में बड़ी संख्या में कोरोना के प्रकरण आ रहे थे, वहीं आज जिले में कोई भी नया प्रकरण नहीं आया है। तथा कोरोना लगभग समाप्ति की स्थिति में है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बुरहानपुर जिले की केस स्टडी करें तथा अन्य जिलों में भी ऐसी व्यवस्था लागू की जाए।
होम आइसोलेशन की कड़ी निगरानी हो
चौहान ने निर्देश दिए कि जो मरीज होम आइसोलेशन में हैं, उनकी कमाण्ड एंड कंट्रोल सेंटर्स के माध्यम से कड़ी निगरानी की जाए। आवश्यक होने पर तुरंत उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाए। वे घर से बाहर न निकलें, इस पर सख्त पाबंदी की जाए। प्रदेश में कोरोना के कुल मरीजों में 62 प्रतिशत मरीज होम आइसोलेशन में हैं।
डॉक्टर को शहीद का दर्जा
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना योद्धा डॉ. शुभम उपाध्याय कोरोना मरीजों की सेवा करते हुए शहीद हो गए हैं। हमने उन्हें बचाने की बहुत कोशिश की। उन्हें लंग ट्रांसप्लांट के लिए चैन्नई भी ले जाने वाले थे, परंतु इसके पूर्व उनका दुखद निधन हो गया। हम सभी उन्हें सादर श्रद्धांजलि देते हैं। उनके परिवार को 50 लाख रूपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
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