निजी अस्पतालों में 700 बेड तो बढ़वाए, वहीं नजदीकी होटलों में भी 400 बेड की व्यवस्था जरूरत पडऩे पर रहेगी
इन्दौर। शहर के सभी निजी अस्पतालों में बैड लगभग भर चुके हैं, जिसके चलते 700 बैड की और व्यवस्था करवाई जा रही है। इसके अलावा जिला प्रशासन ने यह भी निर्णय लिया है कि निजी अस्पतालों के आसपास स्थित होटलों को भी कोविड केयर सेंटर बनाया जा सकता है, जिससे लगभग 400 बेड की और व्यवस्था हो सकेगी। कलेक्टर के मुताबिक इसके लिए होटलों को कोविड केयर सेंटर के रूप में नोटिफाइड किया जाएगा। वहीं उन्होंने उन निजी अस्पतालों को फटकार भी लगाई जो मरीजों की जबरन छुट्टी कर रहे हैं, जिनके पास इलाज करवाने के पैसे खत्म हो गए। अब ऐसे अस्पतालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की चेतावनी भी दी गई है। हालांकि अभी जो संक्रमित मरीज मिल रहे हैं उनमें से ज्यादातर का इलाज होम आइसोलेशन में ही चल रहा है, मगर फेफड़ों में संक्रमण और अधिक उम्र के मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा है।
शहर में 500 से अधिक कोरोना मरीज हर 24 घंटे में मिल रहे हैं, जिसके चलते शहर के निजी अस्पतालों में भीड़ बढ़ गई और जो प्रमुख अस्पताल हैं, जिनमें बॉम्बे हॉस्पिटल, चोईथराम, सीएचएल में तो बेड ही नहीं हैं और बड़ी मुश्किल से एडमिशन हो रहा है। इसी तरह अरविन्दो, इंडैक्स में भी गिनती के बेड बचे हैं। हालांकि एमटीएच, सुपर स्पेस्लिटी, एमआरटीबी में अवश्य बेड खाली हैं, लेकिन इन सरकारी अस्पतालों में मरीज भर्ती नहीं होना चाहते हैं। इधर इंदौर जिले में कोरोना से निपटने के लिये व्यापक प्रबंध किये जा रहे है। इस सिलसिले में आज कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने निजी अस्पतालों और इंडियन मैडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों की बैठक ली। इसमें स्वास्थ्य विभाग तथा इससे जुड़े विभागों के अधिकारी भी उपस्थित हुये। बैठक में वर्तमान में कोरोना से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिये व्यापक चर्चा की गई। बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिये व्यापक इंतजाम रखें जाये। ऐसी व्यवस्था की जाये। जिससे मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो। मरीजों को परेशानी आने तथा अभद्र व्यवहार होने पर संबंधित अस्पताल संचालकों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। बैठक में बताया गया कि कोरोना मरीजों के लिये अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है। जिले में लगभग 700 नये बेड की व्यवस्था रहेगी। इसमें से कॉरपोरेट अस्पतालों तथा अन्य अस्पतालों में ढाई सौ से 300 और नजदीकी होटलों में बनाये जा रहे कोविड केयर सेंटर चार सौ बेड की व्यवस्था रहेगी। मनीष सिंह ने बताया कि इसके लिये होटलों को कोविड केयर सेंटर के रूप में नोटिफाइड किया जायेगा। इसके लिये कॉरपोरेट अस्पतालों ने अपनी सहमति दी है। इन कोविड केयर सेंटरों इलाज के साथ ही विभिन्न जांचों की सुविधा भी रहेगी। वहीं कलेक्टर ने कई अस्पतालों को फटकार भी लगाई, जिनके खिलाफ यह शिकार मिल रही थी कि उन मरीजों को जबरन छुट्टी दी जा रही है जिनके पास इलाज के लिए पैसा खत्म हो गया। अब ऐसे मरीजों की जानकारी प्रशासन ने मांगी है, ताकि उनका इलाज शासन-प्रशासन स्तर पर करवाया जाएगा, लेकिन अगर जबरन छुट्टी दी तो अस्पताल पर एफआईआर दर्ज होगी।
माल ढोने वाले वाहनों पर कोई प्रतिबंध नहीं
कोरोना वायरस के बढते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए गतिविधियों को विनियमित किया गया है। इस संबंध में जारी आदेश के बारे में यह स्पष्ट रूप से उल्लेखित है कि मालवाहक वाहनों की आवाजाही इन्दौर शहर में निर्बाध रूप से चलती रहेगी तथा इसमें किसी प्रकार का कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री मनीष सिंह ने बताया कि इस तारतम्य में यह भी स्पष्ट किया गया है कि इन्दौर शहर में मालवाहक वाहन लोडिंग-अनलोडिंग भी कर सकेंगे तथा लोडिंग-अनलोडिंग की गतिविधि पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
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