नई दिल्ली। संविधान दिवस (Constitution Day) के मौके पर आज पीएम मोदी (PM Modi) संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री आज देश भर के भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। यह कार्यक्रम दोपहर 12.30 बजे शुरू होगा। प्रधानमंत्री वहीं, नरेन्द्र मोदी देश के सभी विधानसभा के सभापति व पीठासीन अधिकारियों को संबोधित करेंगे। देश के जिला तथा बूथ केन्द्रों पर पार्टी कार्यालयों में पार्टी कार्यकर्ता पीएम का उद्बोधन सुनेंगे।
जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री दोपहर साढ़े 12 बजे देश की सभी विधानसभाओं के सभापतियों को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करेंगे। जिला एवं बूथ केंद्रों पर पार्टी कार्यकर्ता टेलीविजन, सोशल मीडिया के माध्यम से प्रधानमंत्री का संबोधन सुनेंगे।
देश भर में आज संविधान दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज गुजरात के केवड़िया में सुबह 11 बजे संविधान की उद्देशिका का वाचन करेंगे। इस कार्यक्रम में सभी कार्यालयों एवं शिक्षण संस्थाओं के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हो सकते हैं।
26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने औपचारिक रूप से भारत के संविधान को अपनाया था, जिसे 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया. 19 नवंबर 2015 को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने नागरिकों के बीच संविधान के मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए हर साल 26 नवंबर को ‘संविधान दिवस’ के रूप में मनाने के निर्णय लिया था.
डॉ. अंबेडकर की अहम भूमिका
‘संविधान दिवस’ (Constitution Day) एक तरह से देश के पहले कानून मंत्री डॉ. भीम राव अंबेडकर (Dr Bhim Rao Ambedkar) को श्रद्धांजलि देने का भी प्रतीक है, जिन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ॰ भीमराव आंबेडकर के 125वें जयंती वर्ष के रूप में 26 नवम्बर 2015 से संविधान दिवस मनाया गया। संविधान सभा ने भारत के संविधान को 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में 26 नवम्बर 1949 को पूरा कर राष्ट्र को समर्पित किया। गणतंत्र भारत में 26 जनवरी 1950 से संविधान अमल में लाया गया।
आंबेडकरवादी और बौद्ध लोगों द्वारा कई दशकों पूर्व से ‘संविधान दिवस’ मनाया जाता है। भारत सरकार द्वारा पहली बार 2015 से डॉ॰ भीमराव आंबेडकर के इस महान योगदान के रूप में 26 नवम्बर को “संविधान दिवस” मनाया गया।26 नवंबर का दिन संविधान के महत्व का प्रसार करने और डॉ॰ भीमराव आंबेडकर के विचारों और अवधारणाओं का प्रसार करने के लिए चुना गया था। इस दिन संविधान निर्माण समिति के वरिष्ठ सदस्य डॉ सर हरीसिंह गौर का जन्मदिवस भी होता है ।
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