नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान ‘निवार’ लगातार खतरनाक होता जा रहा है और यह बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है। इस बीच तमिलनाडु में तेज बारिश जारी है। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में ‘अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान’ ‘निवार’ के मद्देनजर आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के करीब 1,200 बचावकर्मियों को तैनात किया गया है और 800 अन्य को तैयार रखा गया है। तूफान के खतरे को देखते हुए पहले से ही राहत और बचाव के कार्य किए जा रहे हैं।
लगातार रखी जा रही है नजर
चक्रवाती तूफान के ऊपर नजदीकी नजर रखी जा रही है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) मुख्यालय, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में स्थित बटालियनों के कमांडेंट, संबंधित राज्य अधिकारियों के साथ समन्वय में हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग पूवार्नुमान और राज्य प्राधिकरणों की आवश्यकताओं को देखते हुए, 22 टीमों (तमिलनाडु में 12 टीमों, पुडुचेरी में तीन टीमों और आंध्र प्रदेश में सात टीमों को संभावित प्रभावित क्षेत्रों में पूर्व-तैनात किया गया है।
लोगों को घरों में रहने की सलाह
तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को कहा गया है कि बगैर काम के घर से बाहर ना निकले। आज तमिलनाडु और पुडुचेरी के तट से गुजरने वाले इस चक्रवाती तूफान को देखते हुए बड़े पैमाने पर सुरक्षा और राहत के इंतजाम किए गए हैं। तमिलनाडु कांचीपुरम में भारी बारिश की संभावना है। यह तूफान आज शाम तक कराईकल और ममल्लापुरम के बीच से गुजरने वाला है।
समु्द्र में उठ रही हैं तेज लहरें
पुदुचेरी में गंभीर चक्रवाती तूफ़ान निवार की वजह से समुद्र में तेज लहरें उठ रही हैं। पहले ही इसके किनारे पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। तमिलनाडु और पुदुचेरी में कलिकाल और ममल्लापुरम के बीच समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही है।
तमिलनाडु और पुदुचेरी के उत्तरी तटीय जिलों के निचले इलाकों में भू-स्खलन की संभावना, जबकि इन इलाकों से सटे समुद्र में 1 मीटर की ऊंचे ज्वार आने की संभावना है। इस तूफान की वजह से संचार, विद्युत और पानी की पाइपलाइनों को नुकसान पहुंच सकता है जबकि कच्चे मकान और झोपड़ियों के भी ध्वस्त होने की संभावना है।
तेजी से आगे बढ़ रहा है तूफान
एनडीआरएफ प्रमुख एस एन प्रधान ने कहा कि वे ‘अत्यधिक तीव्रता वाले एवं सबसे भीषण’ चक्रवाती तूफान के लिए तैयार हैं। यह तूफान पश्चिम बंगाल से दक्षिणी तटरेखा की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘हम इस पर करीब से नजर रख रहे हैं और प्रभावित राज्यों से समन्वय स्थापित कर रहे हैं। स्थिति तेजी से बदल रही है और यह 120 से 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाले अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है।’
तमिलनाडु में लगाए गए 4,733 शिविर
निवार के संभावित नुकसान से पहले तमिलनाडु में 4,733 अस्थायी राहत शिविर तैयार किए गए हैं। इन शिविरों में 12.98 लाख लोग रह सकते हैं। अभी 104 शिविर चालू हैं। 4,509 लोगों को शिविरों में भेजा गया है। चेन्नई सहित 8 जिलों के निचले इलाकों से लोगों को निकाला जा रहा है और यह कार्य तब तक जारी रहेगा जब तक कि सभी लोग सुरक्षित शिविरों में नहीं पहुँच जाते।
इन जगहों पर होगा असर
मौसम विभाग के मुताबिक, ’24 से 26 नवम्बर, 2020 के दौरान तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराइकल में और 25 से 26 नवम्बर के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा एवं 26 से 27 नवम्बर, 2020 को तेलंगाना में व्यापक रूप से वर्षा या गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। 25 नवम्बर के दौरान कडलूर, कल्लाकुरूची, पुदुचेरी, विल्लुपुरम, तिरुवन्नमलाई, चेंगलपट्टु, अरियालुर, पेराम्बलुर और कराइकल जिलों में जबकि 25 तथा 26 नवम्बर को दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा के (नेल्लोर और चित्तूर) जिलों में एवं 26 नवम्बर, 2020 को तेलंगाना में भारी वर्षा की संभावना है।
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