ग्वालियर। लोक आस्था के महापर्व छठ के मौके पर शुक्रवार की शाम छठव्रतियों ने अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को पहला अघ्र्य प्रदान किया। शनिवार की सुबह उदीयमान सूर्य को दूसरा अघ्र्य देने के साथ छठ पर्व का चार दिनी अनुष्ठान संपन्न होगा। इसके बाद व्रतियां पारण कर ठेकुआ का प्रसाद बांटेंगी।
ग्वालियर में लगभग एक दर्जन स्थानों पर निर्मित अस्थाई घाटों पर छठ महापर्व मनाया गया। शुक्रवार को कटोराताल, बिरलानगर और दीनदयाल नगर में बड़े आयोजन हुए। तिरहुत जनकल्याण परिषद के महासचिव बच्चन बिहारी ने बताया कि कटोराताल के कुंछ में नगर निगम के सहयोग से आकर्षक घाट का निर्माण किया गया। छोटे कुंड में भरे पानी में खड़े होकर छठव्रतियों ने जलावर्तन किया। इस अवसर पर कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया गया।
कटोराताल के छोटे कुंड में छठ पर्व मनाने के लिए दोपहर दो बजे से ही छठव्रतियों और उनके परिजनों का आना शुरू हो गया था। ग्वालियर पूर्व के विधायक डॉ. सतीश सिंह सिकरवार ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर छठव्रतियों का उत्साहवर्धन किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि हर साल कटोराताल पर बड़ी संख्या में लोग पर्व मनाने के लिए आते हैं। इस बार कोरोना संक्रमण के कारण पिछले साल जैसी भीड़ नहीं है। हम आशा करते हैं कि अगले साल तक कोरोना से मुक्ति मिल जाएगी। तिरहुत जनकल्याण परिषद के उपाध्यक्ष पं. शुभनारायण झा, कोषाध्यक्ष भागीरथ शर्मा और महासचिव बच्चन बिहारी ने विधायक डॉ. सिकरवार का माल्यार्पण कर स्वागत किया।
शनिवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्यदेने के साथ चार दिवसीय छठ पर्व का समापन हो जाएगा। शुक्रवार को छठ पर्व मनाए जाने वाले स्थानों पर माहौल पूरी तरह से भक्तिमय हो गया। कोरोना संक्रमण की वजह से इस वर्ष पूजा स्थलों पर आस्था का जनसैलाब तो नहीं उमड़ा फिर भी छठव्रतियों ने सामाजिक दूरी बनाए रखकर पूजा अर्चना कर परंपरा का निर्वाह किया। लोगों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करवाने के लिए पुलिस भी पूरी तरह मुस्तैद रही और तीसरे दिन की उपासना निर्विघ्न संपन्न हुई।(हि.स.)