भोपाल। विधानसभा उपचुनाव हारने वाले नेताओं ने भितरघार को हार का कारण बताया है। उन्होंने संगठन को इसकी रिपोर्ट भी दे दी है और कुछ नेताओं पर कार्रवाई की मांग भी की है। लेकिन भाजपा उपचुनाव में हार को लेकर किसी भी नेता पर कार्रवाई के पक्ष में नहीं है। क्योंकि भाजपा को उपचुनाव में बड़ी जीत मानकर चल रही है। इतना ही नहीं निकट भविष्य में निकाय चुनाव होना है। ऐेसे में पार्टी बंफर जीत के बाद भी किसी नेता पर कार्रवाई के पक्ष में नहीं है। हालांकि सिंधिया समर्थकों का भितरघातियों पर कार्रवाई के लिए दबाव बढ़ रहा है। मुरैना से उपचुनाव हारने वाले सिंधिया समर्थक रघुराज कंषाना ने भाजपा के स्थानीय नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मुझे हराकर जिले के नेताओं ने भाजपा की पीठ पर छुरा घोपा है। गिर्राज दंडोतिया ने भी अपनी बात को संगठन के सामने रखा है। पूर्व विधायक रघुराज कंषाना ने आरोप लगाया है कि सेकेंड लाइन की लीडरशिप ने धोखा दिया है। जिसकी वजह से चुनाव हार गया। मुरैना जिले व मंडल स्तर के नेताओं ने मुझे हराकर भाजपा की पीठ पर छुरा घोंपने का काम किया है। चुनाव के दौरान फोन कर-कर के कार्यकर्ताओं से मेरे खिलाफ काम करने को कहा गया। उन्होंने कहा कि यह जानकारी प्रदेश नेतृत्व को दे दी है। यदि ऐसे नेताओं के खिलाफ कार्रवाई नही हुई तो आने वाले समय में पार्टी को इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे। रघुराज कंषाना मुरैना सीट से चुनाव लड़े थे। वे कांग्रेस के राकेश मवई से 5751 वोट से चुनाव हार गए हैं। मंत्री गिर्राज दंडोतिया ने कहा कि हारने की वजह पार्टी नेताओं को संज्ञान में लाऊंगा। यह पार्टी का आंतरिक मामला है। उन्होंने निगम-मंडल में पद के सवाल पर कहा कि पार्टी नेतृत्व का जो निर्णय होगा,उसे माना जाएगा।
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